संजय सिंह, पटना: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बीजेपी नेता एवं डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, मंत्री मंगल पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अब इन नेताओं के खिलाफ पार्टी के भीतर इक्के-दुक्के लोगों ने आवाज़ उठानी शुरू कर दी है। जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने अशोक चौधरी से बिंदुवार जवाब देने को कहा है। अशोक चौधरी ने प्रशांत किशोर पर सौ करोड़ की मानहानि का दावा ठोंका है।
उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने भी सम्राट चौधरी, दिलीप जायसवाल और मंगल पांडेय से दो टूक कहा है कि लगे आरोपों का जवाब दें या पार्टी को छोड़ दें। भाकपा (माले) के राज्य सचिव ने पूरे प्रकरण पर मुख्यमंत्री से जवाब मांगा है।
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पूरे मामले पर प्रशांत किशोर के खिलाफ बोलने से बीजेपी या जेडीयू के अन्य नेता परहेज़ कर रहे हैं। उनका मानना है कि चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही सारे मामले स्वतः सुलझ जाएंगे। प्रशांत किशोर ने मंत्री अशोक चौधरी पर दो सौ करोड़ की बेनामी संपत्ति खरीदने का आरोप लगाया है।
चौधरी के दामाद ने प्रशांत किशोर द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। इधर मंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि पुरानी रंजिश के तहत प्रशांत किशोर अनर्गल बयान दे रहे हैं। उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी किया गया है। मंत्री अशोक चौधरी का वक्तव्य आने के बाद प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार का कोई बयान नहीं आया है।
सम्राट चौधरी पर भी आरोप
प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर भी गंभीर आरोप लगाया है। आरोप में कहा गया है कि उन्होंने अपना नाम बदला है। उनकी डिग्री को लेकर भी सवाल उठाया है। पीके हत्या के एक पुराने मामले का भी ज़िक्र कर रहे हैं। इधर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का कहना है कि प्रशांत किशोर लगातार एक ही तरह के आरोप लगा रहे हैं। इन आरोपों का मैं कई बार जवाब दे चुका हूं। चुनाव के समय इस तरह के आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है।
दिलीप जायसवाल पर भी आरोप
प्रशांत किशोर ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर मेडिकल कॉलेज हड़पने और फंड में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। जायसवाल पहले भी इन आरोपों को निराधार बता चुके हैं। उनका कहना है कि वे अपने काम पर फोकस करते हैं, इधर-उधर की बातों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर फ्लैट की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी करने का आरोप है। चुनावी वर्ष में जेडीयू और बीजेपी नेताओं पर इस तरह के आरोप लगाए जाने से मतदाताओं के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
बीजेपी में यह मामला पूरी तरह शांत था, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने आरोपी नेताओं से जवाब मांगकर विरोधियों को भी बोलने का मौका दे दिया। आर.के. सिंह का कहना था कि प्रशांत किशोर लगातार बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इससे सार्वजनिक रूप से पार्टी की छवि खराब हो रही है। इस कारण पार्टी के नेताओं को अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देना चाहिए।
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पीके पर भी लगा आरोप
हालांकि बेतिया के सांसद संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर पर ठेका कंपनी से पैसा लेने का आरोप लगाकर मुंहतोड़ जवाब दिया है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि यह आरोप-प्रत्यारोप का दौर तब तक चलता रहेगा, जब तक चुनाव की तारीख घोषित नहीं हो जाती।
जेडीयू और बीजेपी के कुछ लोग प्रशांत किशोर पर कोई आरोप लगाने से परहेज़ भी करते हैं। परहेज़ का सबसे बड़ा कारण यह है कि उनसे रिश्ता खराब न हो। वक्त आने पर उनसे बातचीत करने का रिश्ता बना रहे।