संदेश विधानसभा सीट पटना संभाग में आने वाले भोजपुर जिले में आती है। यह विधानसभा आरा लोकसभा सीट का हिस्सा है। संदेश पूरी तरह से ग्रामीण क्षेत्र है, जो सोन नदी के किनारे बसा हुआ है। सोन नदी के किनारे बसे इस क्षेत्र की जमीन काफी उपजाऊ है, जिससे कृषि यहां की मुख्य आजीविका है। क्षेत्र के किसान अपनी खेती पर निर्भर रहते हैं, उनको सिंचाई के लिए सोन नदी से प्रचुर मात्रा में पानी मिल जाता है। संदेश से जिला मुख्यालय आरा की दूरी 27 किलोमीटर और राजधानी पटना की दूरी 74 किलोमीटर है।
संदेश विधानसभा में आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी के साथ में यहां उच्च शिक्षा के लिए ढांचे की मांग होती रही है।
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मौजूदा समीकरण?
संदेश विधानसभा सीट एक ऐसी सीट रही है, जहां की जनता ने लगभग सभी पार्टियों को यहां से जीतने का मौका दिया है। जनता को जो विधायक पसंद नहीं आता उसे पांच साल के बाद चुनाव में हरा देती है। हालांकि, यहां से पिछले दो चुनावों में आरजेडी जीतती आ रही है। संदेश के मौजूदा समीकरण की बात करें तो यहां सबसे बड़ी आबादी अनुसूचित जाति की है। अनुसूचित जाति 16.15 फीसदी, मुस्लिम मतदाता लगभग 5 फीसदी, राय और महतो उपनाम समेत यादव समुदाय की आबादी लगभग 10.5 फीसदी है।
2020 में क्या हुआ था?
संदेश विधानसभा सीट पर 2020 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने जीत दर्ज की थी। जनता दल यूनाइटेड (JDU) दूसरे नंबर पर रही थी। 2020 में आरजेडी से किरण देवी यादव ने जेडीयू के विरेंद्र यादव को बड़े वोटों के मार्जिन से हराया था। हार का अंतर 50.607 वोटों का था। आरजेडी की किरण देवी ने 51.54 फीसदी वोट पाते हुए 79,599 वोट हासिल किया था, जबकि विरेंद्र यादव को मात्र 28,992 वोट ही मिले। वहीं, इस सीट पर चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने जेडीयू को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एलजेपी प्रत्याशी श्वेता सिंह को 28,500 वोट हासिल किए थे। इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP के प्रत्याशी शिव शंकर प्रसाद को 3,351 और पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के बबन कुमार को 2,603 वोट मिले थे।
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विधायक का परिचय
वर्तमान विधायक किरण देवी यादव संदेश विधानसभा से 2020 में चुनाव जीतकर पहली बार की विधायक बनी थीं। इससे पहले 2015 के चुनाव में उनके पति अरुण कुमार यादव आरजेडी के विधायक चुने गए थे। किरण देवी ने 2020 के चुनाव में अपने 'जेठ' (अरुण कुमार यादव के बड़े भाई) विरेंद्र यादव को हराया था। विधायक किरण की पढ़ाई की बात करें तो वह साक्षर हैं। 2020 के उनके चुनावी हलफनामों के मुताबिक, उनकी आय का मुख्य स्रोत विधायकी रूप में उनका वेतन, कृषि और डेयरी है। पिछले हलफनामों के मुताबिक उनके पास 17.58 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
विधानसभा सीट का इतिहास
निर्मली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई थी। इस पर अभी तक कुल 3 ही चुनाव हुए हैं। इस सीट की संख्या 41 है। विधानसभा में निर्मली, राघोपुर और सरायगढ़ भपटियाही सामुदायिक विकास खंड हैं। निर्मली विधानसभा सीट सुपौल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
संदेश विधानसभा पुरानी सीट है। यहां सबसे पहली बार 1957 में विधानसभा चुनाव हुए थे। शुरुआती दो चुनाव कांग्रेस के झमन प्रसाद ने जीते थे। संदेश में अबतक कुल 17 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। बाद के चुनावों में जनसंघ, जनता पार्टी, लोक दल आदि पार्टियों ने जीते। इस विधानसभा क्षेत्र में संदेश प्रखंड के अलावा, उदवंतनगर प्रखंड और कोईलवर प्रखंड के 10 ग्राम पंचायत शामिल हैं।
1957- झमन प्रसाद (कांग्रेस)
1962- झमन प्रसाद (कांग्रेस)
1967- आरएस सिंह (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी)
1969- रामजी प्रसाद सिंह (भारतीय जनसंघ)
1972- रामजी प्रसाद सिंह (भारतीय जनसंघ)
1977- राम दयाल सिंह (जनता दल)
1978- सोनाधारी सिंह यादव (कांग्रेस)
1980- सिद्ध नाथ राय (कांग्रेस)
1985- सोनाधारी सिंह यादव (लोक दल)
1990- सोनाधारी सिंह यादव (जनता दल)
1995- रामेश्वर प्रसाद (CPI-ML)
2000- विजेंद्र यादव (आरजेडी)
2005- रामेश्वर प्रसाद (CPI-ML)
2005- विजेंद्र यादव (आरजेडी)
2010- संजय सिंह टाइगर (बीजेपी)
2015- अरुण कुमार यादव (आरजेडी)
2020- किरण देवी यादव (आरजेडी)