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सीट शेयरिंग में NDA ने मारी बाजी, महागठबंधन में कहां फंसा पेच?

बिहार में महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अभी पेच फंसा है। तमाम नेताओं ने नई दिल्ली में डेरा डाल दिया है। उम्मीद है कि एक-दो दिन में सहमति बन सकती है। जानते हैं कि सहमति कहां नहीं पा रही है?

Tejashwi Yadav and Rahul Gandhi.

तेजस्वी यादव और राहुल गांधी। ( Photo Credit: PTI)

बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अपनी सीटों का ऐलान कर दिया है। बीजेपी और नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टो को 29 सीटें मिली हैं। जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को छह-छह सीटें मिली हैं। बिहार में अभी तक महागठबंधन के दलों के बीच सहमति नहीं बनी है। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते तक सीट शेयरिंग पर सहमति बन सकती है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंच चुके हैं। 
 

बिहार में अभी महागठबंधन असमंजस की स्थिति में फंसा है। लालू और तेजस्वी के बाद विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी दिल्ली रवाना हो चुके हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही सीट शेयरिंग पर सहमति बन सकती है। अगले हफ्ते महागठबंधन अपनी सीटों की घोषणा करने की तैयारी में है। जब गठबंधन में सीट शेयरिंग के बारे में मुकेश सहनी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'महागठबंधन थोड़ा अस्वस्थ है। हम दिल्ली जा रहे हैं। सभी डॉक्टर दिल्ली में हैं, इसलिए बेहतर इलाज वहीं होगा। हम स्वस्थ होकर पटना लौटेंगे।'

 

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लालू यादव बोले- बातचीत जारी है

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कांग्रेस और आरजेडी के बीच बातचीत जारी है। सोमवार को दोनों दलों के बीच बैठक होने की उम्मीद है। सीट शेयरिंग पर लालू यादव ने कहा कि गठबंधन की बैठक चल रही है। हालांकि तेजस्वी यादव ने इससे इतर बयान दिया। उनका कहना है कि अदालत ने बुलाया है, इस वजह से दिल्ली आए हैं।

आरजेडी और कांग्रेस में कहां फंसा पेंच?

2020 के चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। जीत सिर्फ 19 पर ही मिली थी। उसके निराशाजनक प्रदर्शन का असर यह है कि गठबंधन में कांग्रेस को कम सीटें देने की आवाज उठ रही है। सीट शेयरिंग पर पेच यही फंसा है। आरजेडी ने कुल 144 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। कुल 75 सीटों पर जीती थी। इस बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का कहना है कि राजद और कांग्रेस के नेताओं के बीच बातचीत चल रही है। सोमवार तक दोनों दलों के नेताओं की मुलाकात होने की उम्मीद है।

 

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कितने सीटों पर मान जाएगी कांग्रेस?

सीट बंटवारे में देरी से जुड़े सवाल पर जयराम रमेश ने कहा, 'हमें महागठबंधन में कुछ नए सहयोगियों को समायोजित करना है। अगले दो-तीन दिनों में उम्मीद है कि सभी सीटों पर अंतिम फैसला हो जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष पिछले दो दिनों से बिहार के सभी नेताओं से बात कर रहे हैं।' जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस कितने सीटों पर लड़ेगी तो उन्होंने कहा, 'आधी सदी से एक सदी के बीच।' मतलब साफ है कि कांग्रेस 50 से कम सीटों पर सहमत नहीं होगी। जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस को सम्मानजनक और स्वीकार्य संख्या में सीटें मिलने की उम्मीद है।

बिहार में अब बराबर की भूमिका में बीजेपी?

नीतीश के नेतृत्व में पहली बार जेडीयू भाजपा के बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बिहार में अभी तक उसकी भूमिका बड़े भाई की थी, लेकिन इस चुनाव में दोनों दलों ने बराबर सीटों पर उतरने का फैसला किया। पिछले साल लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने बीजेपी के मुकाबले एक अधिक सीट पर चुनाव लड़ा था। 2020 विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 115 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। बीजेपी 110 सीटों पर लड़ी थी। चिराग पासवान ने गठबंधन से अलग चुनाव लड़ा था। 


बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर दो चरण में चुनाव होंगे। पहला चरण का मतदान 6 और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। 14 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे। 

 

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