बिहार विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर चल रहे मुकाबलों की चर्चा हो रही है। इसमें से एक बड़ी सीट है मोकामा विधानसभा की जहां दो बाहुबलियों अनंत सिंह और सूरजभान सिंह के बीच कड़ी टक्कर है। RJD ने इस बार सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को मैदान में उतारा है। यहां पर फोकस दोनों बाहुबलियों पर है। पूर्व सांसद वीणा देवी का कहना है कि उनके पति सूरजभान को अपने क्रिमिनल रिकॉर्ड की वजह से चुनाव लड़ने से रोक दिया गया है पर वह अब एक बदले हुए इंसान हैं। उनका कहना है कि वह मोकामा में बदलाव ला सकती है जैसे उन्होंने अपने पति को सुधारा है।
PTI को दिए एक इंटरव्यू में RJD उम्मीदवार ने बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास को दावों पर भी तीखा हमला किया है और कहा कि उनका विकास केवल हाईवे और फ्लाईओवर तक ही सीमित है जबकि आम लोगों अभी भी परेशान हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनके पति क्रिमिनल नहीं बल्कि लंबे समय तक लोगों के प्रतिनिधि रहे हैं।
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वीणा देवी ने क्या-क्या कहा?
वीणा देवी ने PTI से कहा, 'सरकार दावा करती है कि बिहार में बहुत विकास का काम किया है लेकिन यह सिर्फ सड़कों, पुलों, मेट्रो तक ही सीमित है। गांवों और कस्बों में अभी तक कुछ नहीं बदला है जहां गरीब लोग रहते हैं।' उन्होंने दावा किया, 'चुनाव के समय बड़े नेता हेलीकॉप्टर से अलग-अलग इलाकों में जाते हैं। सांसदों और विधायकों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। मैंने एक सांसद के तौर पर कई मुद्दे उठाए लेकिन मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के पास असल में पावर हैं पर वे अपने वादे पूरे नहीं करते।'
वीणा देवी ने सीएम नीतीश कुमार के कार्यकाल में महिलाओं को सशक्त बनाने के दावे और चुनाव से पहले महिलाओं को दी गई 10,000 रुपये की मदद पर भी सवाल उठाया। उन्होंने सवाल किया, 'वे दावा कर रहे हैं कि उन्होंने 10,000 रुपये दिए हैं, लेकिन बिहार की आधी महिलाओं को तो यह मिला ही नहीं। जिन लोगों को पैसे दिए गए उससे तो बच्चे के कपड़े भी नहीं खरीदे जा सकते। उन्हें नोटिस मिल रहे हैं, उनसे कहा जा रहा है कि वे पैसे का इस्तेमाल बिजनेस के लिए करें। 10,000 रुपये में कौन सा बिजनेस किया जा सकता है?'
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कई मुद्दे जो सालों से अनसुलझे
अपने निर्वाचन क्षेत्र के बारे में बात करते हुए वीणा देवी ने कहा कि मोकामा में कई मुद्दे हैं जो कई सालों से अनसुलझे हैं। उन्होंने दावा किया, 'मोकामा में कोई अच्छा एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन नहीं हैं, जहां महिलाओं को एक कॉलेज की बहुत जरूरत है। हेल्थ केयर की हालत बहुत खराब है। एक हॉस्पिटल था, लेकिन वह भी सालों से बंद पड़ा है। मैंने हेल्थ मिनिस्टर से यह मुद्दा उठाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि वह एक प्राइवेट हॉस्पिटल था।'
RJD उम्मीदवार ने यह भी कहा कि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में बंद पड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स और एग्रीकल्चर से जुड़े लोकल मुद्दे उठाए हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने मोकामा, नवादा, शेखपुरा, जमुई और नालंदा के 'ताल' इलाकों के बारे में केंद्र सरकार को लिखा था। मैंने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, राधा मोहन सिंह और उमा भारती को भी लिखा था।' आपको बता दें कि 'ताल' का मतलब नदी के किनारे की खेती वाली जमीन है, जो हर मानसून में बाढ़ के दौरान डूब जाती है।
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वीणा ने आगे कहा, 'मैं परशुराम की धरती की बहू और बेगूसराय की बेटी हूं। मुझे उनकी इज्जत बनाए रखनी है।'
वीणा देवी पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी हैं और मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से भी सांसद रह चुकी हैं। सूरजभान मोकामा से एक बार विधायक रह चुके हैं। बिहार विधानसभा 2000 में इस सीट पर अनंत सिंह के भाई और कद्दावर नेता दिलीप सिंह को भारी मतों के अंतर से हराया था। दिलीप सिंह उस समय RJD के नेता थे और राबड़ी देवी सरकार में मंत्री भी रहे। 2004 में सूरजभान लोजपा के टिकट पर बलिया लोकसभा से सांसद बने थे। आपराधिक मामलों में सजा होने के बाद फिर कोई चुनाव नहीं लड़ पाए। इस वजह से 2014 में उन्होंने पत्नी वीणा को नवादा से अपने टिकट पर चुनाव लड़ा कर सांसद बनवाया।