अभिनेता विजय राज की फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' चर्चा में बनी है। 10 जुलाई को दिल्ली हाई कोर्ट ने फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी थी। फिल्म के प्रोड्यूसर अमित जानी ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को 21 जुलाई के लिए टाल दिया था और कहा था कि केंद्र सरकार की एक विशेष समिति इस फिल्म की समीक्षा कर रही है।
आज सरकार की कमेटी ने कुछ सुझाए दिए हैं जिसके बाद फिल्म को रिलीज किया जा सकता है। आइए जानते हैं कमेटी ने अपने रिपोर्ट में क्या कहा है?
यह भी पढ़ें- इंटरनेट ने इन लोगों को रातोरात बनाया स्टार, अब कहां हो गए गायब?
'उदयपुर फाइल्स' में करने होंगे ये बदलाव
कमेटी ने कहा कि फिल्म मेकर को एक डिस्कलेमर डालना होगा कि इस फिल्म में दिखाए गए पात्रों के नामों को बदला गया है। फिल्म में 'नूतन शर्मा' के नाम को नए नाम से बदलना है और उनके डायलॉग में भी सुधार करने को कहा गया है।
'मैंने तो वही कहा है जो उनके धर्म ग्रंथों में लिखा है'। फिल्म से नूतन के इस डायलॉग को हटाने को कहा गया है। कमेटी ने बलोची समुदाय से जुड़े कुछ डायलॉग को हटाने का सुझाव दिया है। ये सभी सुझाव केंद्र सरकार की सूचना और प्रसारण मंत्रालय की विशेष कमेटी ने दिया है। इन बदलावों को करने के बाद फिल्म को रिलीज किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- जमकर उड़ रहा है 'सैयारा' का मजाक, फिर भी कमाई में निकली सबसे आगे
क्यों लगी थी फिल्म पर रोक
दरअसल 11 जुलाई को फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' रिलीज होने वाली थी। फिल्म के रिलीज के खिलाफ जमीयत उलेमा ए हिंद ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जमीयत उलेमा ए हिंद ने याचिका दायर करते हुए कहा था कि इस फिल्म के जरिए मुस्लमानों की छवि को खराब किया जा रहा है। इसके बाद फिल्म के रिलीज पर रोक लगा दी गई।
किस पर बनी है फिल्म
2022 में उदयपुर के टेलर कन्हैया लाल तेली को मार दिया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। कन्हैया को मारने का आरोप मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस पर लगा है। अभी भी इस मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कन्हैया लाल की मौत कैसे हुई? इसी पर फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' बनाई गई है।