हर्षवर्धन राणे और मावरा होकेन की फिल्म 'सनम तेरी कसम' सिनेमाघरों में हाल ही में री रिलीज हुई है। फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है। एक बार फिर फिल्म के कलाकार चर्चा में है। ये फिल्म साल 2016 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। जब ये फिल्म फिल्म रिलीज हुई थी तब बॉक्स ऑफिस पर पिट गई थी।
9 साल बाद फिल्म री रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस पर धुआंधार कमाई कर रही है। फिल्म के लीड एक्टर हर्षवर्धन ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में अपने स्ट्रगल का जिक्र किया है। हर्षवर्धन ने बताया, 'उन्होंने इंडस्ट्री में बिना किसी कनेक्शन के एंट्री ली। मैंने होटल मेस में वेटर के तौर पर काम किया। मैंने इसके अलावा एसटीडी बूथ पर रजिस्टर मेंटेन करने का काम किया जहां मुझे दिन का 10 रुपये मिलते थे। इसी काम को करने के लिए मुझे कैफे में 20 रुपये मिलते थे। मेरे लिए पहला संघर्ष अपने लिए खाना और वॉशरूम था'।
ये भी पढ़ें- BAFTA क्या है, कैसे अवॉर्ड दिए जाते हैं, जानें सबकुछ
हर्षवर्धन ने संघर्ष के दिनों को किया याद
हसीन दिलरुबा अभिनेता ने आगे कहा, 'मुझे एक साफ साबुन चाहिए था क्योंकि उसमें कई लोगों के बाल चिपके होते थे। मुझे अपने लिए डियोड्रेंट चाहिए था क्योंकि मैं 4 से 5 लोगों के साथ सोता था जो दिन भर किचन में काम करते थे। मुझे याद है जब मैंने अपनी पहली कमाई की तो अपने लिए एक परफ्यूम और मैकडोनाल्ड से शेक खरीदा था'। उन्होंने कहा, 'यहीं से मेरा संषर्ष शुरू हुआ। उसके बाद मेरे लिए संघर्ष नहीं था जब तक मुझे खाना, साफ बिस्तर और नहाने के लिए गर्मपानी मिल रहा है तब तक मुझे नहीं लगा कि कोई संघर्ष है'।
प्रोड्यूसर्स से आज भी मांगते हैं काम
ये भी पढ़ें- Kim Sae Ron: घर पर मिली साउथ कोरियाई एक्ट्रेस की लाश, 24 साल में मौत
अपने करियर के संघर्ष के बारे में बात करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि मुझे प्रोड्यूसर्स से काम मांगने में आज भी शर्म नहीं आती है जबकि मेरे कुछ दोस्त इसके खिलाफ है। मेरे दोस्तों का कहना है कि ये बहुत घटिया आइडिया है कि आप प्रोड्यूसर के ऑफिस जाओ। ये अच्छा नहीं लगता है। तुमने हिंदी में 7 से 8 फिल्म की है और साउथ में 10 से 11 फिल्में की है। लोग तुम्हें जानते हैं, ये सब मत करो। मैं उनकी बातों को मुस्कुराते हुए सुनता हूं।