मनीषा कोइराला अपने समय की टॉप एक्ट्रेस में से एक रह चुकी हैं। उन्होंने इंडस्ट्री में फिल्म 'सौदागर' से डेब्यू किया था। अपनी डेब्यू फिल्म से वो रातोंरात स्टार बन गई थी। उनके काम को लोगों ने खूब पसंद किया। वह 90 के दशक में हर मेकर्स की पहली पसंद थी। एक समय के बाद उनके करियर का डाउनफॉल शुरू हो गया। उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने लगी थी। इसी बीच उन्हें कैंसर हो गया। उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली। हाल ही में वह संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' में नजर आई थीं। 'हीरामंडी' ने उनके करियर को फिर से ट्रैक पर ला दिया। उनका करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा।
मनीषा से पूछा गया कि क्या करियर में सफलता मिलने के बाद आपके एटीट्यूड में बदलाव आ गया था। उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, ' स्टारडम की वजह से मेरे अंदर काफी बदलाव आ गया था। मैं घमंडी हो गई थी। खासतौर पर जब आपको कम मेहनत के सफलता मिल जाए'।
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सफलता मिलने के बाद घमंडी हो गई थीं मनीषा
उन्होंने कहा, 'स्टारडम आने के बाद मेरे अंदर घमंड आ गया था। मुझे लगता है कि आप उस समय बहुत इमैच्योर होते हैं। आपको पता नहीं होता है कि चीजों को कैसे हैंडल करें। इस वजह से आप में इगो आ जाता है। आपको लगता है कि आप ही सब कुछ है लेकिन रियलिटी में ऐसा कुछ नहीं होता है। 'हीरामंडी' एक्ट्रेस से पूछा गया कि आपने कुछ गलतियां की है जिसका आपको पछतावा है। उन्होंने कहा, 'मैंने गलतियां अपने लिए की है। मैंने किसी दूसरे को कभी नुकसान पहुंचाया है। मैं बहुत इमोशनल हूं। मेरे माता-पिता मुझे हमेशा गाइड करते हैं कि तुम्हें हमेशा जमीन पर रहना है'।
उन्होंने बताया कि ये इंडस्ट्री ऐसी ही जहां पर आपको रातोंरात सक्सेस मिलता है। किसी भी प्रोफेशन में आपको समय लगता है जैसे डॉक्टर बनने में 5 से 8 साल लगते हैं लेकिन यहां ऐसा नहीं है। इस इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा कॉम्पिटिशन है। आपको हमेशा खुद को साबित करना होता है।