फिल्मी दुनिया में जहां अक्सर स्टारडम रातों-रात नहीं मिलता, वहीं सुपरस्टार रजनीकांत की कहानी आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरित करती है। जिस उम्र में लोग अपनी उम्मीदें छोड़ देते हैं, उस उम्र में रजनीकांत ने संघर्ष से सफलता तक का ऐसा सफर तय किया कि पूरी इंडस्ट्री उनके आगे सिर झुकाती है। बस कंडक्टर की नौकरी से शुरुआत करके भारतीय सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर्स में शामिल होना, यह सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। आज अपने 75वें जन्मदिन पर वह एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उनकी नई फिल्म ‘कुली’ के लिए उन्होंने करीब 200 करोड़ रुपये फीस ली है, जो भारत में किसी अभिनेता की सबसे बड़ी फीस में से एक मानी जा रही है।
सिर्फ फिल्मों में ही नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में भी रजनीकांत का खास स्थान है। तमिलनाडु में उनके नाम का मंदिर तक बनाया गया है, जहां उन्हें भगवान की तरह पूजा जाता है। रजनीकांत की यह लोकप्रियता उनके अभिनय, विनम्र स्वभाव और संघर्षों से भरी जीवन यात्रा का परिणाम है, जिसने उन्हें सिर्फ सुपरस्टार नहीं, बल्कि एक प्रेरणा बना दिया है।
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महीने में कितना कमाते थे रजनीकांत?
रजनीकांत कभी महीने के सिर्फ 750 रुपये कमाने वाले बस कंडक्टर थे लेकिन आज वह देश के सबसे महंगे ऐक्टर्स में गिने जाते हैं। बताया जाता है कि अपनी हालिया फिल्म कुली के लिए उन्होंने करीब 200 करोड़ रुपये फीस चार्ज की थी। जो भारत में किसी भी ऐक्टर की सबसे बड़ी फीस में से एक है। फिल्म का कुल बजट लगभग 350 करोड़ रुपये रखा गया है। फोर्ब्स की सूची में भी उनकी गिनती टॉप चार सबसे महंगे ऐक्टर्स में होती है, जिनमें अल्लू अर्जुन, विजय, शाहरुख खान के बाद चौथे नंबर पर रजनीकांत का नाम शामिल है।
रजनीकांत का जन्म कब हुआ था?
रजनीकांत की जिंदगी की शुरुआत संघर्षों से भरी रही। उनका जन्म 12 दिसंबर 1950 को एक साधारण परिवार में हुआ। आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इसलिए युवा उम्र में उन्हें बस कंडक्टर की नौकरी करनी पड़ी। इसी दौरान उन्होंने ऐक्टिंग का सपना देखा और बाद में मद्रास फिल्म इंस्टिट्यूट में ऐक्टिंग सीखी।
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उनकी पहली फिल्म 1975 में अपूर्व रागंगल रही, जिसमें उनकी ऐक्टिंग को खूब सराहना मिली। धीरे-धीरे उन्होंने छोटे रोल्स से शुरुआत करते हुए बड़े पर्दे पर अपना अलग अंदाज और प्रभाव जमाया। उनका स्टाइल, डायलॉग डिलीवरी और करिश्माई स्क्रीन प्रेजेंस उन्हें बाकी एक्टर्स से अलग बनाता है। यही वजह है कि आज वह सिर्फ एक एक्टर नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
तमिलनाडु में बना है मंदिर
तमिलनाडु में उनकी लोकप्रियता इतनी है कि लोगों ने रजनीकांत का मंदिर तक बना दिया है। यहां उनके जन्मदिन, त्योहारों और विशेष मौकों पर विशेष पूजा और आयोजनों का आयोजन किया जाता है। उनके भक्त उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं। यह मंदिर स्थानीय प्रशासन की नियमावली और अनुमतियों के साथ चलता है।
आज बस कंडक्टर से सुपरस्टार बनने तक की उनकी यात्रा देश के हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी मेहनत, संघर्ष, अनुशासन और सफलता यह साबित करती है कि हालात चाहे जैसे हों, अगर मन में हौसला हो तो कोई भी शिखर पर पहुंच सकता है।