अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया है। तालिबान सरकार ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी सेना पर उत्तरी पहाड़ी इलाकों में हमला किया, जिसमें 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। तालिबान का दावा है कि यह हमला पाकिस्तान के हमले के जवाब में किया गया था। तालिबान ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सेना ने अफगान हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और गुरुवार को एक बाजार पर जमकर बमबारी की।
पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान इसका जवाब देगा। दोनों देशों ने कुर्रम इलाके में छोटे हथियारों और तोपों के जरिए एक-दूसरे के खिलाफ खूब गोलीबारी की। इस झड़प में दोनों तरफ के लड़ाके घायल हुए हैं।
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तालिबान ने क्या खोया?
पाकिस्तान ने तालिबान के बताए मौत के आंकड़ों को गलत बताया है। पाकिस्तान का कहना है कि तालिबान के साथ हुई झड़प में उसके 23 सैनिक मारे गए, जबकि 200 तालिबान और उनके सहयोगियों को खत्म कर दिया गया। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि अफगानिस्तान ने बिना किसी वाजिब वजह के हमला किया और आम नागरिकों पर गोलियां बरसाईं।
पाकिस्तान ने क्या खोया?
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने माना है कि उनके 9 लड़ाके मारे गए और 16 से 18 लड़ाके गंभीर रूप से जख्मी हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उनके 29 सैनिक घायल हुए और तालिबान के सैकड़ों लड़ाके घायल हैं।
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पाकिस्तान ने क्या फैसला लिया है?
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ लगी दो मुख्य सीमाएं बंद कर दीं हैं। तोरखम और चमन पाकिस्तान की तरफ से बंद कर दिया गया है, जिससे सैकड़ों ट्रक फंस गए हैं। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है। यही आतंकी पाकिस्तान में हमले करते हैं। तालिबान ने इन आरोपों को खारिज किया है।
खराब होते हालात पर तालिबान ने क्या कहा?
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत में हैं। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तालिबान के पाकिस्तान के लोगों या नेतृत्व से कोई समस्या नहीं है। कुछ समूह स्थिति बिगाड़ रहे हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने तालिबान के हमलों की निंदा की। इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया।
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दुनिया ने क्या कहा?
दुनिया इसे स्थानीय झड़प मांग रही है। तालिबानी सरकार में विदेश मंत्री अमीन खान मुत्ताकी भारत दौरे पर हैं। भारत ने 4 साल बाद काबुल में अपना दूतावास फिर से शुरू करने का फैसला किया है। सऊदी अरब और कतर ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की थी। अभी तक सीज फायर नहीं हुआ है।