दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न आज से अपने कॉर्पोरेट कर्मचारियों की बड़ी छंटनी शुरू कर रही है। खबरों के मुताबिक, कंपनी करीब 14,000 नौकरियां खत्म करने जा रही है। यह अमेज़न के इतिहास की सबसे बड़ी की छंटनी है। रॉयटर्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि यह कदम खर्च कम करने और कोविड महामारी के दौरान की गई ज्यादा भर्ती को ठीक करने के लिए उठाया जा रहा है।
सोमवार, 27 अक्टूबर को अमेज़न के मैनेजरों को ट्रेनिंग दी गई। यह ट्रेनिंग कर्मचारियों को छंटनी की बुरी खबर कैसे बतानी है, इस पर थी। अगले दिन यानी मंगलवार सुबह से ईमेल के जरिए कर्मचारियों को नौकरी जाने की सूचना भेजी जानी थी। रॉयटर्स और कई अन्य मीडिया संस्थानों के द्वारा दावा किया जा रहा है कि जिन टीम में से लोगों को निकाला जाना है उन्हें खास तौर पर तैयार किया गया है।
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कितनी नौकरियां जा रही हैं?
अमेज़न के कुल 3.5 लाख कॉर्पोरेट कर्मचारियों में से करीब 10 फीसदी यानी 14,000 लोगों की नौकरी जा रही है। कुछ रिपोर्ट्स में यह संख्या 30,000 तक बताई जा रही है, लेकिन पक्की खबर 14,000 की है। यह 2022 के अंत से अब तक की सबसे बड़ी छंटनी है। उस समय कंपनी ने 27,000 लोगों को नौकरी से निकाला था, लेकिन यह कई चरणों में किया गया।
कौन-कौन से विभाग प्रभावित?
खबरों के मुताबिक यह छंटनी मानव संसाधन विभाग, ऑपरेशंस, डिवाइसेज और सर्विसेज और अमेजन वेब सर्विसेज से होनी है। इनमें से एचआर डिपार्टमेंट को सबसे ज्यादा नुकसान होना है। रिपोर्ट के मुताबिक एचआर डिपार्टमेंट में 15 प्रतिशत की कटौती हो सकती है। यह कटौतियां पूरी दुनिया में होनी हैं खासकर अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में।
सीईओ एंडी जैसी की रणनीति
अमेज़न के सीईओ एंडी जेसी पिछले कुछ समय से खर्च कम करने पर जोर दे रहे हैं। कंपनी इस साल AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) में 100 अरब डॉलर से ज्यादा निवेश कर रही है। इसी के साथ पुरानी प्रक्रियाओं को हटाकर नई तकनीक लाई जा रही है। HR में AI के इस्तेमाल से हजारों नौकरियां कम हो रही हैं।
कंपनी की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बेथ गैलेटी ने कर्मचारियों को मैसेज में कहा, ‘आज हम जो कटौती बता रहे हैं, वह हमारे मजबूत होने का हिस्सा है। हम नौकरशाही कम कर रहे हैं, मैनेजमेंट की परतें हटा रहे हैं और संसाधनों को ग्राहकों की जरूरतों पर लगा रहे हैं।
रिटर्न-टू-ऑफिस पॉलिसी फेल
अमेज़न ने हाल में सख्त पांच दिन ऑफिस आने की पॉलिसी लागू की थी। उम्मीद थी कि इससे कुछ कर्मचारी खुद इस्तीफा दे देंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दो सूत्रों ने बताया कि पॉलिसी से पर्याप्त स्वैच्छिक छंटनी नहीं हुई, इसलिए अब जबरन कटौती करनी पड़ रही है। जो कर्मचारी रोज ऑफिस नहीं आ रहे, उन्हें बिना सेवरेंस पैकेज के जाने को कहा जा रहा है।
कंपनी ने क्या वादा किया?
खबरों के मुताबिक छंटनी वाले कर्मचारियों को 90 दिन तक पूरा वेतन और फायदे मिलेंगे। यह ड्राफ्ट ईमेल में लिखा गया है। एंडी जेसी ने मैनेजरों की संख्या कम करने के लिए शिकायत की एक प्रक्रिया शुरू की। इसमें 1,500 शिकायतें आईं और 450 प्रक्रियाओं में बदलाव किए गए। इससे भी कई मैनेजरों की नौकरी गई।
टेक इंडस्ट्री में सबसे बड़ी छंटनी
सीएनबीसी के मुताबिक, 2020 के बाद टेक सेक्टर में यह सबसे बड़ी एक बार में होने वाली छंटनी है। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल जैसी कंपनियां भी AI के लिए छंटनी कर रही हैं, लेकिन अमेज़न का आंकड़ा सबसे बड़ा है। कॉर्पोरेट सेक्टर में छंटनी के बावजूद अमेज़न छुट्टियों के सीजन के लिए 2.5 लाख सीजनल वेयरहाउस वर्कर भर्ती कर रही है। यानी गोदामों में काम बढ़ रहा है, लेकिन ऑफिस में कम हो रहा है।
कोविड के बाद की हकीकत
कोविड में ऑनलाइन शॉपिंग बढ़ने से अमेज़न ने ढेर सारी भर्ती की थी, लेकिन अब मांग सामान्य हो गई है, इसलिए ‘ओवर हायरिंग’ ठीक की जा रही है। जून में जेसी ने कहा था कि AI से दक्षता बढ़ेगी और कॉर्पोरेट स्टाफ कम होगा। कंपनी के प्रवक्ता ने छंटनी पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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हालांकि, अंदरूनी मैसेज में साफ है कि यह ग्राहकों और भविष्य के लिए जरूरी कदम है। सूत्र कहते हैं कि वित्तीय प्राथमिकताएं बदलने से संख्या में बदलाव हो सकता है। अगर 30,000 तक पहुंची तो यह रिकॉर्ड तोड़ देगी। कर्मचारियों में डर है, खासकर HR और AWS में।