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एक Video कॉल, सैकड़ों की गई नौकरी, चीन को अमेरिकी ने अब कौन सा झटका दिया?

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों को सबसे पहले एक ईमेल के जरिए एक जरूरी मीडिंग की जानकारी दी गई थी। मीटिंग में कंपनी ने रिसोर्सेज की कमी बताई, जिसकी वजह से यह छटनी की जा रही है।

US layoffs 2025

प्रतीकात्मक तस्वीर। Photo Credit- AI Generated

दुनियाभर में इन दिनों प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों की नौकरियों पर ग्रहण सा लग गया है। दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छटनी कर रही हैं। इसी कड़ी में अमेरिकी सॉफ्टवेयर कंपनी SAS इंस्टीट्यूट ने चीन में अपना परिचालन बंद कर दिया। चीन में अपना परिचालन बंद करने के साथ ही कंपनी ने लगभग 400 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें से कई कर्मचारियों को कंपनी ने वीडियो कॉल के जरिए बर्खास्त कर दिया।

 

सॉफ्टवेयर कंपनी SAS इंस्टीट्यूट चीन में पिछले 20 साल से काम कर रही थी। इस कदम के साथ ही कंपनी का चीन में कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया।

 

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ईमेल से जरूरी मीटिंग के लिए बुलाया

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों को सबसे पहले एक ईमेल के जरिए एक जरूरी मीटिंग की जानकारी दी गई थी। मीटिंग में कंपनी ने रिसोर्सेज की कमी बताई, जिसकी वजह से यह छटनी की जा रही है। इस मीटिंग के बाद कर्मचारियों को 14 नवंबर तक कंपनी छोड़ने के पेपर पर साइन करने के लिए कहा। कंपनी ने सभी कर्मचारियों को इसके बदले मुआवजे के तौर पर एक महीने का वेतन, दो महीनों का अतिरिक्त वेतन के साथ में साल 2025 के अंत में बोनस शामिल है।

चीन में काम नहीं करेगी कंपनी

SAS इंस्टीट्यूट ने बाद में अपने फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि वह अब चीन में काम नहीं करेगा, लेकिन थर्ड पार्टी की ओर से चीन में अपनी उपस्थिति जारी रख सकता है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कर्मचारियों की यह निकासी लंबे समय तक स्थिरता के लिए और दुनियाभर में अपनी वैश्विक मौजूदगी बढ़ाने के लिए है।

 

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1999 से चीन में काम कर रही थी कंपनी

SAS इंस्टीट्यूट ने साल 1999 में चीन में एंट्री मारी थी और लगातार 17 सालों तक चीन की शीर्ष सॉफ्टवेयर में शामिल रही। कंपनी ने चीन में एक प्रमुख अनुसंधान एवं विकास और सहायता केंद्र चलाया था और शंघाई और ग्वांगझू में ऑफिस खोले थे। मगर, बड़ी कंपनी होने के बादजूद चीन में कारोबार करना चुनौतीपूर्ण हो रहा था।

 

बता दें कि अमेरिकी कंपनियां लगातार चीन में अपना संचालन बंद कर रही हैं। अमेरिकी कंम्प्यूटर और सॉफ्टवेयर कंपनी डेल ने अपने कई विभागों में कर्मचारियों की संख्या कम कर दी है, माइक्रोन ने अपने यहां छटनी की है। IBM ने पिछले साल चीन में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की थी। वहीं इस साल IBM ने एक प्रमुख चीनी कंपनी को बंद कर दिया है।

 

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