इसी साल 6-7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी आतंकियों के एक दर्जन ठिकानों और कई एयरबेस को निशाना बनाकर नुकसान पहुंचाया। इस ऑपरेशन को लेकर सीमापार से कई दावे किए गए हैं मगर, पाकिस्तान की आम जनता से लेकर बड़े नेता दहशत में थे। यह बात खुद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कबूल की है।
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के लगभग 8 महीने बाद आसिफ अली जरदारी ने कहा कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच टकराव के दौरान मिलिट्री ने उन्हें बंकर में छिपने की सलाह दी थी। जरदारी ने बताया कि उन्होंने सेना की बात नहीं मानी। इस तरह से आसिफ जरदारी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपने घर में ही रहने का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने कहा कि शहादत आएगा तो यहीं आएगी... नेता बंकरों में नहीं छिपते।
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जरदारी का कड़ा जवाब देने का दावा
हालांकि, इस दौरान आसिफ अली जरदारी ने दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान की आर्म्ड फोर्स ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को कड़ा जवाब दिया था। जरदारी ने यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान को शांति या कार्रवाई का सामना करो की चेतावनी देने के बाद आई है।
पीएम मोदी की पाकिस्तान को चेतावनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान के दी गई चेतावनी के बाद जरदारी बौखला गए। पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान जंग के लिए तैयार है, कुर्बानी देने के लिए तैयार है और अगर भारत ने हमें उकसाया तो पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा।
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इसके बाद आसिफ अली जरदारी ने जंग के मैदान के लिए पाकिस्तान को और कड़ी तैयारी पर जोर दिया। बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमला हुआ था। पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इसमें 26 लोग की हत्या कर दी गई थी। इसके जवाब भारत ने उसके बाद 7-8 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था।