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युद्धविराम के लिए रमजान का महीना क्यों? इन देशों ने पेश की मिसालें

रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। ऐसे में इजरायल ने अमेरिका के अस्थायी युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस दौरान इजरायल कोई बमबारी नहीं करेगा।

ramadan 2025 ceasefire

रमजान सीजफायर, Photo Credit: AI generated pic

इजरायल ने अमेरिका के अस्थायी युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इस फैसले का उद्देश्य रमजान के पवित्र महीनों के दौरान शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, रमजान की शुरुआत में इजरायल ने गाजा पट्टी में मानवीय सहायता को रोक दिया है, जिससे तनाव बढ़ सकता है।

 

बता दें कि रमजान के दौरान सीजफायर (युद्धविराम) की अपील कई बार की जाती है क्योंकि इस महीने को इस्लाम में सब्र, शांति और इबादत का समय माना जाता है। यह धार्मिक महीना दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद आम होता है, इसलिए कई देशों और संगठनों द्वारा इस दौरान सीजफायर की कोशिशें की जाती हैं। इतिहास में रमजान के दौरान ऐसे कई देश रहे जिन्होंने संघर्ष विराम लगाकर मिसालें पेश की है। आखिर किन कारणों से सीजफायर के लिए रमजान का महीना अच्छा माना जाता है। आइये जानें....

 

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इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन के बीच सीजफायर

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठनों के बीच रमजान के दौरान सीजफायर के प्रयास अतीत में कई बार किए गए हैं। 2014 में रमजान के महीने के दौरान गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष हुआ था। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबाव के बाद, दोनों पक्षों ने मानवीय आधार पर अस्थायी संघर्ष विराम की घोषणा की, ताकि प्रभावित नागरिकों को राहत पहुंचाई जा सके।

 

इसके बाद 2021 में रमजान के महीने में, यरूशलम में तनाव बढ़ने के बाद इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों तक संघर्ष चला। अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता के बाद, 21 मई 2021 को दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम पर सहमति व्यक्त की। वहीं, अप्रैल 2023 में, रमजान के दौरान, इजरायल और फिलिस्तीनी गुटों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, मिस्र और कतर की मध्यस्थता से अस्थायी संघर्ष विराम लागू किया गया था। हालांकि, यह संघर्ष विराम भी कुछ दिन का ही रहा और बाद में टूट गया। 

 

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इतिहास में रमजान के दौरान संघर्ष विराम की मिसालें

1973 का योम किप्पुर युद्ध:  इजरायल और अरब देशों के बीच सीजफायर हुआ। रमजान और यहूदी पर्व योम किप्पुर के कारण युद्ध के दौरान संघर्ष विराम की पहल की गई थी। 

अफगानिस्तान में तालिबान के साथ युद्धविराम: कई बार रमजान के दौरान युद्धविराम का ऐलान किया गया, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके।
मीडिल ईस्ट संघर्ष: संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठन रमजान के दौरान संघर्ष रोकने की अपील करते हैं।

 

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रमजान के बावजूद...

बता दें की रमजान में युद्धविराम होने से राहत संगठनों को सहायता पहुंचाने में आसानी होती है। युद्धग्रस्त इलाकों में लोगों को जरूरी सामान, दवाइयां, भोजन और पानी की जरूरत होती है। इस दौरान लोग शांति और भाईचारे पर जोर देते हैं, इसलिए संघर्षविराम को एक अच्छा कदम माना जाता है। हालांकि, कई बार सीजफायर का ऐलान होने के बावजूद युद्ध जारी रहता है। हाल ही में गाजा, यमन, अफगानिस्तान और यूक्रेन-रूस युद्ध में सीजफायर की अपील हुई लेकिन हर बार यह सफल नहीं हो सका।

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