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व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी, 'ऑपरेशन अलाइज वेलकम' से क्या है कनेक्शन?

वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गए। हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है।

Operation Allies Welcome

'ऑपरेशन अलाइज वेलकम', Photo Credit- GTSC

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अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में एक बार फिर गोलीबारी की घटना सामने आई है। यह वारदात देश की सबसे सुरक्षित जगह माने जाने वाले व्हाइट हाउस से कुछ दूरी पर हुई, जहां शूटर ने दो नेशनल गार्ड को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है। गोलीबारी करने वाला व्यक्ति अफगान नागरिक है, जिसे ‘ऑपरेशन अलाइज वेलकम’ के तहत अमेरिका में शरण दी गई थी। अब माना जा रहा है कि अमेरिका की नागरिकता नीति ही उसके लिए नई चुनौती बनती जा रही है।

 

अमेरिका की न्यूज एजेंसी के अनुसार शूटर की पहचान अफगान मूल्य के 29 साल रहमानुल्लाह लकनवाल के रूप में हुई है। आरोपी 2021 में अमेरिका आया था। रिपोर्ट की मानें तो मामले की गंभीरता तो देखते हुए सुरक्षा एजेंसी इस मामले की जांच आतंकी हमले के रूप में कर रही है।

 

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'ऑपरेशन अलाइज वेलकम'

ऑपरेशन अलाइज वेलकम (OAW) अमेरिकी सरकार का चलाया गया एक बड़ा मानवीय और पुनर्वास कार्यक्रम था, जिसे अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन का उद्देश्य उन अफगान नागरिकों को सुरक्षित रूप से अमेरिका लाना और बसाना था, जिन्होंने अमेरिकी सेना, सरकार, या नाटो सहयोगियों की मदद की थी और जिनकी जान तालिबान शासन के कारण खतरे में थी।

 

कार्यक्रम के तहत लोगों को तीन समूह में बांटा गया- 

  • विशेष अप्रवासी वीजा (SIV) आवेदक: वे अफगान नागरिक जिन्होंने अमेरिकी सेना के लिए गाइड या अन्य सहयोगी के रूप में काम किया था और SIV के लिए आवेदन किया था।
  • अमेरिकी सरकार के लिए काम करने वाले: वे अफगान जिन्होंने अमेरिकी दूतावास या अन्य सरकारी एजेंसियों के लिए काम किया था।
  • अन्य असुरक्षित अफगान: पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता, महिला अधिकार कार्यकर्ता और अन्य लोग जिन्हें तालिबान से गंभीर खतरा था।

OAW के तहत हजारों अफगानों को तेजी से अफगानिस्तान से निकाला गया। इनको पहले यूरोप और मीडिल ईस्ट में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ले जाया गया, जहां उनकी शुरुआती सुरक्षा और हेल्थ की जांच की गई। जांच पूरी होने के बाद, उन्हें अमेरिका के अंदर कई सैन्य ठिकानों पर लाया गया, जहां उन्हें कानूनी दर्जा देने और उन्हें अमेरिकी समुदायों में पुनर्स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हुई।

 

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यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी अफगान शरणार्थियों के खिलाफ हिंसक और आपराधिक घटनाओं में मामले दर्ज किए जा चुके हैं।

यौन अपराधों के मामले

  • 2021 के अंत में, दो अलग-अलग अमेरिकी सैन्य ठिकानों (विस्कॉन्सिन में फोर्ट मैककॉय और न्यू मैक्सिको में फोर्ट ब्लिस) में रहने वाले अफगान पुरुषों पर यौन अपराधों के आरोप लगे थे।
  • 2021 का फोर्ट मैककॉय मामला: एक अफगान शरणार्थी पर एक महिला को अगवा करने और यौन उत्पीड़न का प्रयास करने का आरोप लगा था, जिसके कारण उस सैन्य ठिकाने पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्त करना पड़ा था

यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) और पेंटागन ने स्वीकार किया था कि निकासी की जल्दबाजी के कारण कुछ अफगान नागरिकों की सुरक्षा जांच, अधूरे रिकॉर्ड या जानकारी के साथ पूरी की गई थी। गोलीबारी की घटना हो चाहे अन्य घटनाओं ने दर्शाया कि निकासी की तेजी के कारण कुछ ऐसे लोगों को भी देश में एंट्री मिल गई जिनके बैकग्राउंड की जांच पूरी तरह से नहीं हो पाई थी।


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