अमेरिका के मिनेसोटा से मिनोट जा रही एक फ्लाइट अमेरिकी सेना के B-52 बॉम्बर से हवा में टकराने वाली थी। हालांकि, पायलट की सूझबूझ से यह दुर्घटना होने से पहले ही टल गई। पायलट ने कुछ ही सेकंड में ऐसी चाल चली, जिससे यह टक्कर बच गई।
यह घटना 18 जुलाई की है। तब मिनियापॉलिस के मिनेसोटा से यह फ्लाइट नॉर्थ डकोटा के मिनोट जा रही थी। यह फ्लाइट स्काई वेस्ट की थी। लैंड करने के बाद पायलट ने यात्रियों से माफी मांगी और इस घटना के बारे में बताया।
दरअसल, जब फ्लाइट मिनोट इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग की तैयारी कर रही थी, तभी पायलट ने देखा कि एक B-52 बॉम्बर विमान उनके रास्ते में आ रहा है। इसे टक्कर से बचने के लिए पायलट ने एक चाल चली। पायलट की तेजी और समझदारी से टक्कर टल गई और विमान सुरक्षित तरीके से जमीन पर उतरा।
यह भी पढ़ें-- चीन ने ब्रह्मपुत्र पर शुरू किया बांध बनाना, भारत के लिए बड़ी चुनौती
क्या किया पायलट ने?
पायलट ने विमान को टक्कर से बचाने के लिए 'गो-अराउंड मैन्युअवर' प्रक्रिया अपनाई। यह एक स्टैंडर्ड प्रक्रिया होती है, जिसे पायलट तब अपनाते हैं, जब लैंडिंग सुरक्षित नहीं लगती।
इस दौरान की पायलट की वॉइस रिकॉर्डिंग भी हो गई। NBC न्यूज के मुताबिक, इसमें पायलट को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'उसकी स्पीड को देखते हुए, मुझे नहीं पता कि वे कितनी तेजी से आ रहे थे लेकिन वे हमसे बहुत तेज थे। मुझे लगा कि उसके पीछे मुड़ना सबसे सुरक्षित काम होगा।'
लैंडिंग के बाद पायलट ने कहा, 'गो-अराउंड मैन्युअवर के लिए बहुत खेद है। इसलिए मुझे भौचक्का कर दिया। मुझे नहीं पता कि उन्होंने हमें पहले से क्यों नहीं बताया, क्योंकि एयरबेस में रडार है। मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।'
यह भी पढ़ें-- बित्रा द्वीप: सैकड़ों परिवार उजड़ेंगे? सेना से नाराज लोग, वजह समझिए
हुआ क्या था?
मिनोट में एक एयर फोर्स बेस है, जहां B-52 बॉम्बर तैनात हैं। उस दिन एक बॉम्बर नॉर्थ डकोटा स्टेट फेयर के ऊपर उड़ान भर रहा था, जिससे टक्कर का यह खतरा पैदा हुआ।
हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि दोनों विमानों के बीच कितनी दूरी थी या कॉकपिट में कोई अलार्म बजा था या नहीं। स्काईवेस्ट और अमेरिकी वायु सेना इस घटना की जांच कर रहे हैं।
फ्लाइट लैंडिंग के लिए मिनोट इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरने की तैयारी कर रही थी, तभी पायलट ने देखा कि एक B-52 बॉम्बर विमान उनके रास्ते में आ रहा है। इसे टक्कर से बचने के लिए पायलट ने एक 'गो-अराउंड मैन्युअवर ' प्रक्रिया अपनाई।
वायुसेना के एक प्रवक्ता ने NBC न्यूज को बताया कि 'मिनोट एयरबेस से एक B-52 बॉम्बर ने शुक्रवार शाम को उड़ान भरी थी।' उन्होंने बताया कि B-52 बॉम्बर और यात्री विमान आमने-सामने कैसे आ गए, इसकी जांच की जा रही है। वहीं, एयरलाइन कंपनी स्काईवेस्ट के प्रवक्ता ने बताया कि ATC से अनुमति मिलने के बाद ही लैंडिंग की गई लेकिन जब रास्ते में B-52 बॉम्बर दिखा तो उसने फिर एक चक्कर लगाया।
यह भी पढ़ें-- नौकरी का लालच, काम साइबर क्राइम का; विदेश से बचाए गए 2,471 भारतीय
क्या होता है गो-अराउंड मैन्युअवर?
यह एक तरह की 'पैंतरेबाजी' होती है, जिसे पायलट लैंडिंग के दौरान करता है। इस प्रक्रिया में पायलट विमान की दिशा तेजी से बदलते हैं और ऊपर की ओर ले जाते हैं। यह मैन्युअवर आमतौर पर कुछ मिनटों में पूरा होता है और पायलटों के प्रशिक्षण का हिस्सा होता है।
जब लैंडिंग करने में कुछ दिक्कत होती है तब इसे अपनाया जाता है। इस प्रक्रिया में पायलट विमान को फिर से हवा में ऊपर की ओर ले जाते हैं और लैंडिंग की दूसरी कोशिश करते हैं।