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डोनाल्ड ट्रंप ने इंटेल के CEO से मांगा इस्तीफा, उन पर क्या आरोप लगे?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इंटेल के सीईओ से तुरंत इस्तीफे की मांग की। ट्रंप की प्रतिक्रिया के बाद कंपनी के शेयर में गिरावट दिखने को मिली है। आइये जानते हैं पूरा मामला।

Donald Trump.

डोनाल्ड ट्रंप। (Photo Credit: X/@realDonaldTrump)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब इंटेल कंपनी के सीईओ लिप-बू टैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने लिप-बू टैन से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की। अपने ट्रूथ सोशल पर डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, 'इंटेल के सीईओ बेहद उलझन में हैं और उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समस्या का कोई और समाधान नहीं है।' 

 

कुछ दिन पहले सीनेटर टिम कॉटन ने इंटेल कंपनी को पत्र लिखा था। इसमें सीईओ लिप-बू टैन के चीनी कंपनियों के साथ सबंधों पर सवाल दागे गए थे। टिम कॉटन के पत्र के बाद ही डोनाल्ड ट्रंप ने लिप-बू टैन से तत्काल इस्तीफे की मांग की। ट्रंप ने कहा कि चीनी कंपनियों के साथ उनके संबंधों के बारे में सवाल उठने के बाद वह अधिक दुविधा में हैं।

इंटेल के शेयरों में आई गिरावट

इंटेल ने इसी साल मार्च महीने में लिप-बू टैन को अपना सीईओ बनाया था। उससे पहले कंपनी की कमान पैट जेल्सिंगर के पास थी। मगर चिप निर्माता इंटेल को बिक्री में भारी गिरावट का सामना करना पड़ रहा था। अब डोनाल्ड ट्रंप ने सीईओ से इस्तीफा मांगा तो कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली। यह गिरावट लगभग 5 फीसदी तक दर्ज की गई। 

 

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इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन पर क्या आरोप हैं?

सीनेटर टिम कॉटन ने अपने पत्र में इंटेल के ऑपरेशनल सुरक्षा और अखंडता व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसके संभावित खतरे पर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने लिप-बू टैन की पिछली कंपनी कैडेंस डिजाइन से जुड़े एक आपराधिक मामले का भी जिक्र किया। टिम कॉटन ने इंटेल के अध्यक्ष फ्रैंक यिरी से सवाल किया कि क्या इंटेल के बोर्ड को टैन के सीईओ रहते कैडेंस को मिले समन की जानकारी है। बता दें कि लिप-बू टैन ने 2008 से 2021 तक कैडेंस में बतौर सीईओ नौकरी की। इसके बाद मई 2023 में उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था।

इंटेल पर भी उठे सवाल

सीनेटर कॉटन ने लिप-बू टैन के मामले में इंटेल के कदमों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि इंटेल को अमेरिकी करदाताओं के पैसों का जिम्मेदारी से प्रबंधन और सुरक्षा नियमों का पालन करना जरूरी है। लिप-बू टैन के संगठन इंटेल की इन जिम्मेदारियों को पूरा करने की क्षमता पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या कंपनी टैन से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और चीन में चिप बनाने वाली अन्य कंपनियों से अपने पद छोड़ने की अपेक्षा रखती है।


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सैकड़ों चीनी कंपनियों में निवेश का आरोप

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अप्रैल महीने में खबर दी थी कि लिप-बू टैन ने खुद या अन्य कंपनियों के माध्यम से सैकड़ों चीनी कंपनियों में निवेश किया है। इनमें कुछ कंपनियां चीन की सेना से जुड़ी हैं। यह भी बताया कि उन्होंने मार्च 2012 से दिसंबर 2024 के बीच सैकड़ों चीनी उन्नत विनिर्माण और चिप फर्मों में लगभग 200 मिलियन डॉलर का निवेश किया। सूत्रों के आधार पर न्यूज एजेंसी ने यह भी जानकारी दी कि बाद में लिप-बू टैन ने चीनी कंपनियों के पदों से इस्तीफा दे दिया।

 

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