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न जेल-न जुर्माना... दोषी ठहराए जाने के बाद भी ट्रंप को सजा क्यों नहीं?

हश मनी केस में न्यूयॉर्क की कोर्ट ने ट्रंप को बिना शर्त के रिहा कर दिया। ऐसे में जानते हैं कि दोषी ठहराए जाने के बाद भी ट्रंप को सजा क्यों नहीं हुई?

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डोनाल्ड ट्रंप। (Photo Credit: X@realDonaldJNews)

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हश मनी केस में न तो जेल हुई और न ही कोई जुर्माना लगा। इस मामले में सजा सुनाने वाले न्यूयॉर्क कोर्ट के जज जुआन मर्चन ने पहले ही संकेत दे दिया था कि वो ट्रंप को जेल नहीं भेजेंगे। शुक्रवार को जब सजा सुनाई गई तो उन्हें बिना किसी शर्त के रिहा कर दिया है। हालांकि, उन्हें बरी नहीं किया गया। इस मामले में ट्रंप दोषी ही रहेंगे।

ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे ट्रंप

न्यूयॉर्क कोर्ट में जब सजा सुनाई जा रही थी, तब ट्रंप अपने घर से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे। जज जुआन मर्चन ने ट्रंप को कोई सजा नहीं देते हुए बिना शर्त के रिहा करने का फैसला सुनाया। 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले ट्रंप पहले ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे, जिन्हें किसी क्रिमिनल केस में दोषी ठहराया गया है।

दोषी करार, लेकिन सजा क्यों नहीं

न्यूयॉर्क में हश मनी यानी चुप रहने के लिए गुप्त रूप से पैसा देना अपराध नहीं है। ट्रंप को इस बात के लिए दोषी ठहराया गया था कि उन्होंने पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए जो पैसे दिए थे, उसे बिजनेस रिकॉर्ड में खर्चा बताया था। ट्रंप के वकील ने स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे दिए थे और बाद में ट्रंप ने उन्हें पैसे लौटाए थे। इसे छिपाने के लिए बिजनेस रिकॉर्ड में गड़बड़ी की गई थी।


इस मामले में ट्रंप को पिछले साल मई में दोषी ठहराया गया था। पर सवाल उठता है कि जब ट्रंप दोषी ठहराए जा चुके हैं, तो उन्हें सजा क्यों नहीं हुई? दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रंप अब अमेरिका के राष्ट्रपति बनने वाले हैं।


शुक्रवार को जज मर्चन ने फैसला सुनाते हुए कहा, 'ट्रंप को लेकर नरमी इसलिए बरती गई क्योंकि वो राष्ट्रपति का पद संभालने जा रहे हैं। एक आम अपराधी के तौर पर ट्रंप इस नरमी के हकदार नहीं हैं।'

 

कोर्ट में पेशी के दौरान ट्रंप। (Photo Credit: PTI)

अगर राष्ट्रपति नहीं बनते तो?

ट्रंप ने पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति का चुनाव जीता था। वो कुछ ही दिन में अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं। अगर ट्रंप पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव हार जाते तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती थीं। ट्रंप राष्ट्रपति नहीं बनते तो उन्हें जेल भी जाना पड़ता। अमेरिकी कानून के मुताबिक, हश मनी के पैसे का रिकॉर्ड छिपाने के लिए 4 साल की सजा हो सकती है।

फैसले का असर क्या होगा?

ये साफ है कि ट्रंप दोषी हैं। भले ही उन्हें कोई सजा न मिली है लेकिन ये उनके करियर पर धब्बे की तरह है। फैसला आने के बाद अब ट्रंप अपने पास कोई गन भी नहीं रख सकेंगे। इसके साथ ही उन्हें अपना DNA सैंपल भी देना, जिसे क्रिमिनल डेटा प्रोफाइल में रिकॉर्ड किया जाएगा।

ट्रंप के पास कोई रास्ता है?

ट्रंप के ऊपर एक क्रिमिनल का टैग लग गया है, क्योंकि उन्हें दोषी ठहराया गया है। हालांकि, ट्रंप चाहें तो इस टैग को हटा सकते हैं। अमेरिकी संविधान राष्ट्रपति को इजाजत देता है कि वो खुद को माफी दे सकते हैं। हालांकि, अब तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। अगर ट्रंप ऐसा करते हैं तो वो खुद को माफी देने वाले पहले राष्ट्रपति बन जाएंगे।

फिर क्या कोई और रास्ता भी है?

अगर ट्रंप खुद को माफी नहीं देते हैं तो भी एक रास्ता बचता है। न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल के पास भी ट्रंप को माफी देने का अधिकार हैं। हालांकि, कैथी होचुल डेमोक्रेट हैं और इस बात की गुंजाइन न के बराबर है कि वो ट्रंप को माफी देंगी।

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