पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनातनी का माहौल है। रिश्ते अभी सुधारे नहीं है, लेकिन तुर्किये और कतर जैसे देश कोशिश में जुटे हैं। इस बीच पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा से बड़ी खबर सामने आ रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आतंकियों और पाकिस्तानी सेना के बीच बड़ी झड़प हुई है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक पांच पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई है। लगभग 25 आतंकी भी मारे गए हैं। पाकिस्तानी सेना ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान से बड़ी संख्या में आतंकियों ने कुर्रम और उत्तरी वजीरिस्तान जिले में घुसने की कोशिश की।
हाल ही में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर हिंसक झड़प में सैकड़ों लोगों की जान गई। इसके बाद सऊदी अरब और कतर के दखल से 48 घंटे का सीजफायर हुआ। मगर समय सीमा खत्म होने के बाद दोनों देशों के बीच झड़प दोबारा शुरू हो गई। बाद में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के प्रतिनिधियों ने कतर की राजधानी दोहा में मुलाकात की। यहां सीमा पर युद्धविराम और आगे की बैठक तुर्किये के इस्तांबुल में करने पर सहमति बनी। रविवार को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में इस्तांबुल में दूसरे दिन मीटिंग में हिस्सा लिया।
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अफगानिस्तान की अमु टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक नाम न छापने की शर्त पर एक तालिबान अधिकारी ने बताया कि इस्तांबुल वार्ता में सीमा प्रबंधन, शरणार्थियों की वापसी, व्यापार और ट्रांजिट कॉरिडोर को दोबारा खोलने पर फोकस किया गया। उधर, पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि बैठक में पाकिस्तान ने अपना खुद का सुरक्षा तंत्र पेश किया। यह सुरक्षा ढांचा आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करने पर केंद्रित है। तालिबान ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान अफगानिस्तान के एयरस्पेस का सम्मान करे।
इस्तांबुल वार्ता के पहले दिन पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने युद्ध की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर तालिबान के साथ सीजफायर नहीं हुआ तो हमारे पास और भी विकल्प हैं। बातचीत विफल होने पर हम युद्ध करेंगे।
कहां से शुरू हुआ पाकिस्तान और अफगानिस्तान विवाद?
साल 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान की वापसी हुई। इसके बाद पाकिस्तान में आतंकी हमलों की एक नई लहर शुरू हुई। हमलों की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने लेना शुरू किया। पाकिस्तान ने अफगान तालिबान पर टीटीपी को शरण देने का आरोप लगाया। हालांकि तालिबान ने कई बार पाकिस्तान के इन आरोपों का खंडन किया। 16 अप्रैल 2022 को पाकिस्तान की वायुसेना ने पाकिस्तान के खोस्त और कुनार प्रांत पहल एयर स्ट्राइक की। इसमें कई लोगों की जान गई।
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- पिछले साल 25 दिसंबर को पाकिस्तान ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर हमला किया। इसमें पक्तिका प्रांत में कुल 46 लोगों की जान गई। तब भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर झड़प हुई। मगर मामला जल्द ही समाप्त हो गया।
- ताजा झड़प की शुरुआत 7 अक्टूबर से शुरू हुई। पाकिस्तान की वायुसेना ने मध्य काबुल समेत अफगानिस्तान के कई इलाकों पर बमबारी की। इसके जवाब में 12 अक्तूबर को तालिबान ने पाकिस्तान की कई चौकियों को निशाना बनाया और दावा किया कि 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। जबकि पाकिस्तान ने दावा किया कि उसके सिर्फ 23 सैनिकों की मौत हुई।
- 15 अक्तूबर को दोनों देशों के बीच नई झड़प शुरू हुई। तालिबान ने पाकिस्तान की कई चौकियों को तबाह किया। इसके बाद अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक जिले पाकिस्तानी हमले में 12 लोगों की जान गई है और 100 से अधिक लोग घायल हुए।