नया साल शुरू होने में कुछ ही घंटे का समय शेष रह गया है। दुनियाभर में बेताबी से लोग नए साल के स्वागत करने के लिए तैयार हैं और जश्न की तैयारियां चल रही हैं। 31 दिसंबर की पूरी रात लोग नए साल की पार्टी करते हैं और रात 12 हजे आतिशबाजी कर नए साल का स्वागत करते हैं। दुनियाभर में 31 दिसंबर की रात जश्न का माहौल होता है। नया साल हर जगह 31 दिसंबर को मनाया जाता है लेकिन इसका समय जगह और देश के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है। अब आपके मन में भी यही सवाल होगा कि ऐसा क्यों होता है।
भारत में जब 31 दिसंबर की रात हम नए साल का जश्न मना रहे होंगे उस समय तक दुनिया के किसी कोने में नए साल को आए 9-10 घंटे का समय बीत चुका होगा। लोग पार्टी करके आराम करने जा चुके होंगे। हमारे पड़ोसी देश भी हमसे 10-15 मिटन पहले नए साल का जश्न मना चुके होंगे और कुछ देश तो हमसे भी बाद नए साल का जश्न मनाएंगे। दुनियाभर में हर जगह नए साल का जश्न मनाने का समय अलग-अलग हो सकता है। भारत से पहले दुनियाभर में 29 देश नए साल का जश्न मना चुके होंगे।
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टाइम जोन के हिसाब से आएगा नया साल
टाइम जोन धरती को समय के हिसाब से बांटने का एक तरीका है। इसी टाइम जोन के हिसाब से तय होता है कि कहां, किस समय नया साल आएगा। धरती हर 24 घंटे में 360 डिग्री घूमती है यानी हर घंटे में 15 डिग्री, जिसे एक टाइम जोन की दूरी माना गया। इससे पूरी दुनिया में 24 समान दूरी वाले टाइम बने। हर टाइम जोन 1 में एक-दूसरे से करीब एक घंटे का फर्क रखता है। इसी वजह से कहीं सुबह होती है तो कहीं रात और कहीं नया साल पहले आता है तो कहीं बाद में। टाइम जोन ही तय करते हैं कि किस देश में तारीख कब बदलेगी।
इस देश में दोपहर साढे तीन बजे मनेगा जश्न
आम तौर पर माना जाता है कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सबसे पहले नया साल मनाते हैं लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। दुनिया में सबसे पहले नए साल का स्वागत किरिबाती देश के किरितिमाती द्वीप पर होता है, जिसे क्रिसमस आइलैंड भी कहा जाता है। यह द्वीप प्रशांत महासागर में स्थित है और इंटरनेशनल डेट लाइन के सबसे आगे वाले समय क्षेत्र में आता है। यही कारण है कि जह दुनिया के ज्यादातर हिस्से में 31 दिसंबर ही होगा तब किरितिमाती में 1 जनवरी की सुबह शुरू हो चुकी होगी।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अन्य देशों से पहले नया साल आ जाता है लेकिन किरिबाती के बाद। किरितिमाती इंटरनेशनल डेट लाइन के पूर्वी छोर पर है। यही कारण है कि यहां सबसे पहले समय बदलता है और नया साल आता है। यह देश नए साल का जश्न मनाने में सबसे आगे रहता है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इसके बाद नए साल का स्वागत करते हैं। किरिबाती एक छोटा सा द्वीप सूह है, जो प्रशांत मगासागर में फैला हुआ है। इसमें कुल 33 द्वीप और एटॉल शामिल हैं।
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नए साल की टाइमिंग
- किरिबाती दोपहर- 3 बजकर 30 मिनट
- न्यूजीलैंड शाम- 4 बजकर 30 मिनट
- फिजी शाम- 5 बजकर 30 मिनट
- ऑस्ट्रेलिया शाम 6 बजकर 30 मिनट
- जापान रात- 8 बजकर 30 मिनट
- चीन रात- 9 बजकर 30 मिनट
- थाईलैंड रात- 10 बजकर 30 मिनट
- बांग्लादेश रात- 11 बजकर 30 मिनट
- नेपाल रात- 11 बजकर 45 मिनट
- भारत रात- 12 बजे
भारत के पड़ोसी देश जैसे बांग्लादेश और नेपाल में भी भारत से पहले नए साल का आगमन हो जाएगा। नेपाल 15 मिनट पहले तो बांग्लादेश 30 मिनट पहले नए साल का जश्न मनाएगा। धरती पर 24 टाइम जोन हैं और करीब 26 घंटे तक अलग-अलग समय पर दुनिया में नए साल का आगमन होता है।