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PAK सांसद ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को सही ठहराया, अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल

पाकिस्तान की सेना पर सवाल उठाते हुए मौलाना फजलुर ने कहा कि जब पाकिस्तान अफगानिस्तान में सैन्य कार्रवाई को सही ठहरा सकता है तो भारत की कार्रवाई पर आपत्ति का क्या आधार है।

Maulana Fazlur Rehman

मौलाना फजलुर रहमान, Photo Credit- Social Media

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पाकिस्तान की सरकार और सेना की दोहरी नीति पर सिर्फ दुनिया ही नहीं बल्कि खुद पाकिस्तान के भीतर से भी लगातार सवाल उठते रहे हैं। इस बीच जमीयत-ए-इस्लाम (फजल) के प्रमुख और वरिष्ठ पाकिस्तानी सांसद मौलाना फजलुर रहमान ने अपनी ही देश की सेना पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई को लेकर एक बयान दिया। मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि जब पाकिस्तान अफगानिस्तान के भीतर सैन्य कार्रवाई को सही ठहरा सकता है तो फिर भारत की कार्रवाई पर सवाल उठाने का आधार क्या है।

 

मौलाना फजलुर रहमान यह बयान सोमवार (22 दिसंबर) को कराची के ल्यारी इलाके में आयोजित 'मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-उम्मत' सम्मेलन में दे रहे थे। यह वही इलाका है जो हाल ही में रणवीर सिंह की फिल्म धुरंधर की शूटिंग को लेकर चर्चा में रहा था।


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फजलुर का पूरा बयान

फजलुर रहमान ने कहा, 'अगर आप कहते हैं कि हमने अफगानिस्तान में अपने दुश्मन पर हमला किया और उसे जायज ठहराते हैं तो भारत भी यह कह सकता है कि उसने बहावलपुर, मुरीदके और कश्मीर हमलों के जिम्मेदार संगठनों के मुख्यालय पर कार्रवाई की।' उन्होंने तर्क दिया कि अगर पाकिस्तान के सीमा पार हमले जायज माने जाते हैं तो जब भारत आतंकवादियों को खत्म करने के लिए पाकिस्तानी इलाके में घुसता है तो देश के पास आपत्ति जताने का कोई आधार नहीं बचता।

 

असीम मुनीर के नेतृत्व वाली पाकिस्तानी सेना का अफगानिस्तान पर हमलों की निंदा करते हुए उन्होंने आगे पूछा, 'फिर आप आपत्ति कैसे कर सकते हैं? आज वहीं आरोप अफगानिस्तान पाकिस्तान पर लगा रहा है। दोनों स्थितियों को आप कैसे सही ठहराएंगे?' इस बयान को 'ऑपरेशन सिंदूर' से जोड़ कर देखा जा रहा है। 

पाकिस्तान-अफगान तनाव

फजलुर रहमान अफगानिस्तान के प्रति पाकिस्तानी सरकार की नीति के आलोचक रहे हैं। अक्टूबर में, जब दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर था तो उन्होंने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की। डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, 'पहले भी मैंने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव कम करने में भूमिका निभाई है और मैं अब भी ऐसा कर सकता हूं।' फजलुर को इस क्षेत्र में काफी प्रभावशाली माना जाता है और वह एकमात्र पाकिस्तानी सांसद हैं जिन्होंने तालिबान के सर्वोच्च नेता हैबतुल्लाह अखुंदजादा से मुलाकात की है।

 

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हाल ही में, भारत ने अफगानिस्तान पर पाकिस्तान के नए हमलों की निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने सीमा पर झड़पों की रिपोर्ट देखी हैं जिनमें कई अफगान नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा, 'हम निर्दोष अफगान लोगों पर ऐसे हमलों की निंदा करते हैं। भारत अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता का दृढ़ता से समर्थन करता है।'

'ऑपरेशन सिंदूर'

7 मई को, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर हमले किए जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके स्थित ठिकाना शामिल था। इस मिशन का नाम 'ऑपरेशन सिंदूर' रखा गया था। 22 अप्रैल को 26 नागरिकों को लश्कर-ए-तैयबा के एक गुट से जुड़े आतंकवादियों ने बेरहमी से मार डाला था।


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