भारत ने रूस में 1 से 17 सितंबर तक चलने वाले सैन्य अभ्यास जापाद 2025 में हिस्सा लिया। भारतीय सुरक्षा मंत्रालय ने बताया कि बेलारूस में रूस के नेतृत्तव में भारत से 65 सैनिकों ने पांच दिनों के सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया। भारत के साथ-साथ 20 से ज्यादा देश इस सैन्य अभ्यास का हिस्सा थे। अमेरिका, पाकिस्तान और चीन भी इस अभ्यास में पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने सेना की वर्दी पहल कर खुद इस सैन्य अभ्यास का निरीक्षण भी किया।
खास बात यह है कि इस सैन्य अभ्यास में भारत और पाकिस्तान एक साथ एक मंच पर दिखेंगे क्योंकि पाकिस्तान, चीन और क्यूबा के साथ पर्यवेक्षक के रूप में इस अभ्यास का हिस्सा है। भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर में सैन्य संघर्ष हुआ था। इस संघर्ष के बाद यह पहला मौका है जब भारत और पाकिस्तान की सेनाएं एक ही सैन्य अभ्यास में शामिल होंगी। बता दें कि इस युद्ध अभ्यास में करीब एक लाख सैनिक शामिल हुए थे, जिनके पास परमाणु बम बरसाने वाले बोम्बर, युद्धतोप और कई भारी युद्ध हथियार थे।
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पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुआ अमेरिका
जापाद सैन्य संघर्ष में चीन और पाकिस्तान के साथ-साथ अमेरिका भी इस सैन्य अभ्यास में पर्यवेक्षक की भूमिका में शामिल हो रहा है। अमेरिका के सैन्य अधिकारी सोमवार (15 सितंबर) को इस सैन्य अभियान में पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए। रूस यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब अमेरिका ने पहली बार रूस का प्रस्ताव स्वीकार किया है। अमेरिका बेलारूस के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहता है और जानकारों का मानना है कि अमेरिका का इस युद्ध अभ्यास का हिस्सा बनना उसी दिशा में किया गया प्रयास है।
अमेरिका के लिए चिंता
रूस की न्यूज एजेंसी TASS ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा कि भारत ने इस सैन्य अभ्यास में इसलिए हिस्सा लिया क्योंकि भारत रूस के साथ सैन्य संबंध और सहयोग को बढ़ाना चाहता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सैन्य अभ्यास में शामिल होने का भारत का फैसला अमेरिका के लिए चिंताजन हो सकता है। क्योंकि एशिया में चीन को टक्कर देने के लिए अमेरिका को भारत की जरूरत है। पिछले महीने ही भारत और अमेरिका के संबंधों में तकरार देखने को मिली थी। अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। अमेरिका भारत पर लगातार आरोप लगा रहा है कि भारत रूस से तेल खरीद कर रूस-युक्रेन युद्ध में रूस का साथ दे रहा है।
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भारत-अमेरिका के बीच तनाव
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर विवाद चल रहा है। भारत अमेरिका की शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। हालांकि, हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि अमेरिका भारत के साथ व्यापार समस्याओं को हल करने के लिए बातचीत जारी रखेगा। इसके जवाब में भारत के प्रधानमंत्री ने भी लिखा कि भारत और अमेरिका अच्छे दोस्त हैं और मुझे विश्वास है कि बातचीत के जरिए हम भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करेंगे। पीएम मोदी के जन्मदिन पर डोनालड ट्रंप ने उन्हें फोन कर बधाई भी दी। इससे साफ है कि दोनों देश अब बातचीत करने का मन बना चुके हैं।