इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी तट पर रविवार को 284 से ज्यादा लोगों को ले जा रही एक फेरी में आग लग गई, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक फेरी का नाम केएम बार्सिलोना 5 था और यह तालौद द्वीप से मनाडो जा रही थी। तालिसेई द्वीप के पास आग लगने से हड़कंप मच गया और बड़े पैमाने पर बचाव कार्य शुरू हुआ।
आग दोपहर करीब 12 बजे लगी, जिससे यात्रियों में डर फैल गया। गाढ़ा काला धुआं उठा और आग फेरी के ऊपरी हिस्सों में तेजी से फैल गई। सोशल मीडिया पर जो वीडियो हैं वह काफी डराने वाला है। इसमें दिख रहा है कि दर्जनों यात्री, जिनमें से कई ने नारंगी रंग की लाइफ जैकेट पहनी थी, समुद्र में कूद रहे थे।
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200 से ज्यादा यात्री रेस्क्यू
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, इंडोनेशियाई नौसेना के कमांडर वाइस एडमिरल डेनिह हेंद्राता ने बताया कि अब तक 284 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को तीन नौसेना जहाजों और स्थानीय मछुआरों की मदद से बचाया गया है, जो समुद्र में तैर रहे लोगों को बचा रहे थे।
हेंद्राता ने कहा कि बचाव कार्य अभी भी जारी है और फेरी में कितने लोग सवार थे, यह स्पष्ट नहीं है। आग का कारण भी जांच के दायरे में है। नेशनल सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी ने बचाव कार्य के वीडियो जारी किए, जिनमें फेरी से धुआं उठता दिख रहा था और बचे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा था। उत्तरी सुलावेसी खोज और बचाव एजेंसी के प्रवक्ता नुरिआदिन गुमेलेंग ने बताया कि बचाए गए यात्रियों को पास के गंगा द्वीप पर ले जाया जा रहा है।
कूदकर बचाई जान
एक बची हुई यात्री, अल्विना इनांग जो कि एक स्थानीय पुलिस अधिकारी की पत्नी हैं, ने मीडिया को बताया कि वे करीब एक घंटे तक पानी में रहीं। उन्होंने स्थानीय मीडिया डेटिक को बताया कि यात्री खाना खा रहे थे, तभी अचानक गाढ़ा धुआं ब्रिज में घुस आया। उन्होंने कहा, ‘हम तुरंत समुद्र में कूद गए।’
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इस महीने की शुरुआत में बाली के पास एक फेरी पलट गई थी, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी। कुछ दिन पहले ही मेंतावाई द्वीपों के पास एक तूफान में 18 यात्रियों वाली एक स्पीडबोट पलट गई थी।