इजरायल ने मंगलवार को अपने ताजा हवाई हमले में यमन के होदेदाह बंदरगाह पर हमला कर दिया। यह बंदरगाह हूती विद्रोहियों के नियंत्रण में है। हमले के बाद इजरायल ने कहा कि उसने हूती समूह के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है। ज्ञात हो कि हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्रप्त है।
इजराल रक्षा बलों (IDF) ने एक बयान में कहा, 'यमन के होदेदाह बंदरगाह पर हूथी आतंकवादी शासन से जुड़े एक सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया है।' इसके साथ ही IDF के हमले के बाद हूती विद्रोहियों ने अपनी हवाई सुरक्षा प्रणाली सक्रिय कर दी।
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हूती समूह ने क्या कहा?
हूती समूह के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए कहा, 'हमारे वायु रक्षा तंत्र इस समय उन इजराइली विमानों का सामना कर रहे हैं, जो हमारे देश पर हमला कर रहे हैं।' इजरायल की सेना ने एक बयान में कहा कि 'होदेदा बंदरगाह का इस्तेमाल हूती आतंकवादी शासन द्वारा ईरानी शासन की ओर से भेजे गए हथियारों को इधर-उधर करने के लिए किया जाता है, ताकि इजरायल और उसके सहयोगियों पर हमले किए जा सकें।'
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घुसपैठ नाकाम हुई- हूती
हूती ने कहा कि हूती वायु रक्षा प्रणाली ने इजरायली विमानों के लिए 'बहुत भ्रम पैदा कर दिया' और हमले करने से पहले कुछ लड़ाकू विमानों को यमन का हवाई क्षेत्र छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया, जिससे इजरायल की यमन में घुसपैठ नाकाम हो गई।
बता दें कि यह हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब सैकड़ों लोग यमन के 31 पत्रकारों की तदफीन (दफन) में शामिल हुए थे। इन पत्रकारों की मौत इजरायल के हवाई हमले में हो गई थी।