अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप विजयी हुए हैं। डोनाल्ड ट्रंप पर यौन हिंसा और उत्पीड़न से जुड़े तमाम आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में अब अमेरिका में कुछ महिलाओं ने एक अनोखा आंदोलन शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो में कहा जा रहा है कि ये महिलाएं अब मर्दों को सबक सिखाएंगी। मर्दों को सबक सिखाने के लिए महिलाओं ने फैसला किया है कि वे उनके साथ न तो शादी करेंगी और न ही उन्हें डेट करेगीं। इस अभियान के तहत महिलाओं से यह भी कहा जा रहा है कि वे डेटिंग ऐप भी डिलीट कर दें। कहा जा रहा है कि लिबरल महिलाओं का यह आंदोलन कोरिया के नारीवादी आंदोलन से प्रभावित है।
राष्ट्रपति चुनाव में महिला उम्मीदवार कमला हैरिस की हार के बाद इस '4B आंदोलन' की समर्थक महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। महिलाएं अपने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही हैं और शपथ ले रही हैं कि वे अगले चार साल तक ऐसे पुरुषों के साथ डेट, शादी या सेक्स नहीं करेंगी जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के लिए वोट किया है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में फेसबुक, ट्विटर और टिकटॉक पर ऐसे वीडियो की बाढ़ आ गई है जिसमें महिलाएं इस तरह की शपथ ले रही हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का इतना विरोध क्यों?
पूर्व में डोनाल्ड ट्रंप कारोबारी रहे हैं। कई महिलाओं के साथ उनके संबंध रहे हैं। इन्हीं में से कुछ महिलाओं के साथ-साथ उन महिलाओं ने भी डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाए हैं जो उनके साथ काम कर चुकी हैं। पूर्व मॉडल एमी डोरिस ने आरोप लगाए थे कि डोनाल्ड ट्रंप ने साल 1997 में यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान उन्हें जबरदस्ती किस कर लिया। जेसिका लीड्स ने आरोप लगाए थे कि ट्रंप ने हवाई जहाज में उनके साथ छेड़छाड़ की।
इसके अलावा, क्रिस्टीन एंडरसन, जिल हर्थ, कैथी हेलर, टेम्पल टैगार्ट मैकडोवल, केरेना वर्जीनिया, ब्रिजेट सुलिवान, ताशा डिक्सन, मिंडी मैकगिलिव्रे, राचेल क्रुक्स, नताशा स्टायनॉफ, जेनिफर मर्फी, जेसिका ड्रेक, निन्नी लाक्सोनेन, समर जर्वोस, केसेंड्रा सियरल्स और ई जीन कैरोल जैसी महिलाएं भी डोनाल्ड ट्रंप पर इसी तरह के आरोप लगा चुकी हैं।
4B आंदोलन क्या है?
इसकी शुरुआत कोरिया में हुई थी। साल 2010 में भी अमेरिकी महिलाओं ने इसे अपनाया था। साउथ कोरिया की महिलाओं ने इसकी शुरुआत चार तरह के NO कहने के लिए की थी। कोरियाई भाषा में नौ को B कहा जाता है। यानी आप 4B को 4NO भी समझ सकते हैं। इसमें पुरुषों से डेटिंग, सेक्स, शादी और बच्चे पैदा करने से इनकार किया जाता है।