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इम्यून टॉलरेंस के लिए मिला मेडिसिन का नोबेल, कैंसर के इलाज में मददगार

मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस साल पेरीफेरल इम्यून टॉलरेंस के क्षेत्र में उनके काम के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

Mary E Brunkow, Fred Ramsdell, Shimon Sakaguchi । Photo Credit: X/@NobelPrize

मैरी ई. ब्रंकॉ, फ्रेड राम्सडेल और शिमोन साकागुची । Photo Credit: X/@NobelPrize

मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस साल पेरीफेरल इम्यून टॉलरेंस के क्षेत्र में उनके काम के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। साल 2025 के चिकित्सा के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। इस साल मैरी ई. ब्रंकॉ, फ्रेड राम्सडेल और शिमोन साकागुची को यह पुरस्कार दिया गया है। इन वैज्ञानिकों को पेरीफेरल इम्यून टॉलरेंस के क्षेत्र में उनकी अभूतपूर्व खोज के लिए सम्मानित किया गया है, जिसने यह समझने में मदद की है कि मानव शरीर का इम्यून सिस्टम कैसे अपने ही अंगों पर हमला करने से बचता है। यह छह नोबेल पुरस्कारों में से पहला पुरस्कार है।

 

नोबेल पुरस्कार कमेटी ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘उनकी खोजों ने रिसर्च के एक नए क्षेत्र की नींव रखी है और कैंसर व ऑटो इम्यून रोगों जैसे रोगों के नए इलाज के विकास में मदद की है।’  पिछले साल यह पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवुकुन को माइक्रो एम आरएनए की खोज के लिए मिला था।

 

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टी-सेल की पहचान

इन वैज्ञानिकों ने रेगुलेटरी T-सेल्स की पहचान की, जो इम्यून सिस्टम के 'सुरक्षा गार्ड' की तरह काम करती हैं। ये सेल्स सुनिश्चित करती हैं कि इम्यून सिस्टम केवल बाहरी खतरों, जैसे सूक्ष्मजीवों, पर हमला करे और शरीर की अपनी कोशिकाओं को नुकसान न पहुंचाए। यह खोज विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि कई सूक्ष्मजीव मानव कोशिकाओं की तरह दिखने की क्षमता विकसित कर चुके हैं, जिससे इम्यून सिस्टम के लिए दोस्त और दुश्मन की पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

 

 

इस रिसर्च का प्रभाव कैंसर और ऑटोइम्यून रोगों के इलाज में क्रांतिकारी साबित हो रहा है। इसके अलावा, यह खोज अंग प्रत्यारोपण (ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन) को अधिक सफल बनाने में भी मदद कर रही है। वर्तमान में इस खोज पर आधारित कई उपचार क्लिनिकल ट्रायल के चरण में हैं, जो भविष्य में मेडिकल साइंस में नए आयाम स्थापित कर सकते हैं।

10 दिसंबर को दिया जाएगा पुरस्कार

तीनों वैज्ञानिकों को 10 दिसंबर 2025 को स्टॉकहोम में आयोजित समारोह में 10.3 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि, स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान न केवल उनकी उपलब्धियों के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार है बल्कि मेडिकल फील्ड में उनके योगदान को भी बताता है।

 

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फिजिक्स के लिए नोबल पुरस्कार की घोषणा मंगलवार को की जाएगी, बुधवार को केमिस्ट्री के लिए और गुरुवार को साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी। वहीं अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा 13 अक्टूबर को की जाएगी। वहीं नोबेल पुरस्कार 10 दिसंबर को दिया जाता है जिस दिन इसके संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु हुई थी।

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