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19 मौतें, सोशल मीडिया से बैन हटा; नेपाल प्रोटेस्ट में अब तक क्या हुआ?

नेपाल में हुए Gen Z प्रोटेस्ट में अब तक 19 लोग मारे गए हैं और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सरकार ने इस हिंसक प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया बैन का अपना फैसला सोमवार को वापस ले लिया।

Nepal Protest

नेपाल प्रोटेस्ट, Photo Credit- ANI

नेपाल की राजधानी काठमांडू में 8 सितंबर को हुए Gen Z प्रोटेस्ट ने गंभीर रूप ले लिया। इस प्रदर्शन में अब तक 19 लोगों के मारे जाने की खबर है और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सरकार को इस उग्र प्रदर्शन की वजह से सोमवार रात को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। सरकार को मजबूर हो कर सोशल मीडिया पर बैन को हटाना पड़ा। सरकार का कहना है कि अराजक तत्वों ने इस प्रोटेस्ट को हाइजैक कर लिया है।

 

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को संसद में जाने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था। पुलिस के इस कदम के बाद प्रोटेस्ट और गंभीर हो गया। पुलिस का कहना हे, 'केवल 17 मौतें अकेले काठमांडू शहर में हुई है। करीब 400 लोग घायल हुए हैं जिसमें 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी हैं।'

 

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सरकार ने क्या कहा? 

 

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अध्यक्षता में देश में गठबंधन की सरकार है। शुरूआत में सरकार अपने निर्णय पर अड़ी थी कि देशहित में यह फैसला सही है। प्रोटेस्ट उग्र होने के बाद देश के गृह मंत्री रमेश लेखाक को कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा। रात तक सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया। PTI के अनुसार, नेपाल सरकार में IT मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरंग ने देश को बताया कि, 'Gen Z प्रोटेस्ट की मांग को देखते हुए सरकार ने संबंधित विभाग को फिर से सभी सोशल साइट शुरू करने का आदेश दे दिया है।'

 

फिलहाल की स्थिति

 

देश की जरूरी जगहों जैसे संसद, राष्ट्रपति भवन और पीएम आवास के आसपास के इलाको में कर्फ्यू लगा हुआ है। प्रोटेस्ट के दौरान प्रदर्शनकारियों ने संसद और उसके आसपास की जगहों पर तोड़-फोड़ किया था, जिसकी वजह से सुरक्षा को देखते हुए कर्फ्यू बहाल रखने का फैसला लिया गया है।

 

क्या कारण है इस प्रदर्शन का? 

 

नेपाल में सरकार ने इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब समेत 26 सोशल मीडिया साइट्स पर बैन लगाने का फैसला लिया था। सरकार का कहना था कि सभी 26 साइट्स नए नियम के तहत रजिस्टर नहीं है। Gen Z ने इस फैसले का विरोध किया था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे केवल इस बैन के कारण ही प्रदर्शन नहीं कर रहे बल्कि देश में हो रहे भ्रष्टाचार से परेशान हो कर विरोध कर रहे हैं।

 

यह भी पढ़ें- नेपाल में सोशल मीडिया बैन, संसद तक घुसे प्रदर्शनकारी, पुलिस से झड़प

 

नेपाल प्रोटेस्ट में 'नेपो किड्स' का क्या है कनेक्शन? 

नेपाल में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में 'नेपो किड्स' का भी कनेक्शन सामने आ रहा है। सोशल मीडिया में ऐसे कई वीडियो मौजूद हैं जिसमें आम नेपालियों के संघर्षों और राजनेताओं के बच्चों के संघर्षों की तुलना को दिखाया गया है। 'नेपो किड्स', टिकटॉक पर वायरल हो रहे हैं, जहां ये लोग अपनी लाइफस्टाइल को बहुत अच्छे से दिखाते हैं। जिसके कारण देश में आम और खास के बीच खाई बढ़ रही है। पिछले कुछ सालों में भ्रष्टाचार के भी कई मामले सामने आए हैं, जिससे लोग गुस्से में हैं।

 

भारत सरकार की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। नेपाल की सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नेपाल सरकार ने भारत की सीमा से लगे तराई के कुछ हिस्सों सहित कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है और किसी भी तरह की घटना को नियंत्रित करने के लिए सेना तैनात कर दी है।

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