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आतंक पर अब बिलावल भुट्टो का कबूलनामा, बोले- 'इसमें कोई सीक्रेट नहीं'

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के कबूलनामे के बाद बिलावल भुट्टो ने आतंकवाद का समर्थन देने की बात कबूल की है। भुट्टो ने कहा कि यह पाकिस्तान का इतिहास रहा है।

bilawal bhutto

बिलावल भुट्टो। (Photo Credit: X@BBhuttoZardari)

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के मुखिया बिलावल भुट्टो ने भी आतंक को पनाह देने की बात कबूल की है। उन्होंने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में माना है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने का पाकिस्तान का इतिहास रहा है।


स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में बिलावल भुट्टो ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह बात सीक्रेट है कि पाकिस्तान का इतिहास रहा है। इसका नुकसान हमने भी उठाया है। चरमपंथ के बाद जो हुआ, हमने उसे झेला है। हालांकि, हमने जो कुछ झेला, उससे हमें सबक भी मिला है। इस समस्या को हल करने के लिए हमने कई सुधार किए हैं।'


बिलावल भुट्टो ने यह जवाब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के दिए बयान पर दिया था। कुछ दिन पहले ही ख्वाजा आसिफ ने आतंकियों को बढ़ाने और फंडिंग करने की बात कबूल की थी। इसी पर आगे भुट्टो ने कहा, 'जहां तक पाकिस्तान के इतिहास का सवाल है, वह हमारा इतिहास रहा है। यह सच है कि यह हमारे इतिहास का एक दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है।'

 

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भारत को भुट्टो की गीदड़भभकी

इससे पहले गुरुवार को मीरपुर खास में एक रैली में बिलावल भुट्टो ने भारत को लेकर खोखली बयानबाजी की थी। भुट्टो ने दावा किया था कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन अगर भारत उकसाता है तो हम युद्ध के लिए तैयार हैं। 


भुट्टो ने कहा था, 'पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है और इस्लाम क शांतिपूर्ण धर्म है। हम युद्ध नहीं चाहते हैं लेकिन अगर कोई हमारी सिंधु पर हमला करता है तो उसे युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। हम युद्ध के ढोल नहीं बजाते लेकिन अगर हमें उकसाया गया तो पाकिस्तान की दहाड़ से आप बहरे हो जाएंगे'

 

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ख्वाजा आसिफ ने भी किया था कबूल

कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आतंकवाद का समर्थन करने की बात कबूल की थी। स्काई न्यूज के साथ इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान का इन आतंकवादी संगठनों को समर्थन, ट्रेनिंग देने और फंडिंग करने का इतिहास रहा है? तो इसपर जवाब देते हुए आसिफ ने कहा था, 'हम करीब तीन दशकों से अमेरिका और ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देशों के लिए यह डर्टी वर्क कर रहे हैं। यह एक गलती थी और हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।'


ख्वाजा आसिफ ने दावा करते हुए कहा था, 'अगर हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध में और 9/11 के बाद की जंग में शामिल नहीं होते तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता।'

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