तीन साल से चली आ रही यूक्रेन और रूस के बीच जंग थम सकती है। यूक्रेन 30 दिनों की सीजफायर के लिए तैयार हो गया है, अब सबकी निगाहें रूस पर टिकी हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि रूस से वार्ता के लिए रवाना हो रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बातचीत की, दबाव डाला, अब वह संघर्ष विराम के लिए तैयार हुए हैं लेकिन अंतिम फैसला रूस को करना है। रूस, अमेरिका की कितनी बात मानता है, इस पर वैश्विक राजनीति के जानकारों ने चुप्पी साध ली है।
'अमेरिकी अधिकारी रूस जाएंगे'
डोनाल्ड ट्रम्प आयरलैंड के प्रधानमंत्री के साथ ओवल ऑफिस में बैठक कर रहे थे। तभी पत्रकारों ने उनसे इस डील को लेकर सवाल किया, ट्रम्प ने जवाब में कहा, 'लोग अभी रूस जा रहे हैं, हम बात कर रहे हैं। उम्मीद है कि हम रूस को सीजफायर के लए मना लेंगे।'
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डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, 'अगर हम ऐसा करते हैं, तो मुझे लगता है कि यह इस भयानक खूनी जंग को रोकने का 80 फीसदी यही तरीका हो सकता है।'
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा, 'अगले कुछ दिनों में हमारे कुछ प्रतिनिधियों के साथ फोन पर और व्यक्तिगत रूप से बातचीत हो रही है।'
पुतिन से कब बात करेंगे ट्रम्प?
डोनाल्ड ट्रम्प ने यह नहीं बताया है कि वह अपने रूसी समकक्ष के साथ कब बात करेंगे। उन्होंने कहा है कि उम्मीद है, रूस सीजफायर डील पर सहमति देगा। मास्को से मिले संदेश सकारात्मक हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह अब रूस पर ही निर्भर है।
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रूस को धमकी भी दे डाली
डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस को धमकी भी दी। उन्होंने कहा कि वह कड़े प्रतिबंध लगा सकते हैं लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा, 'मैं आर्थिक तौर पर ऐसी चीजें कर सकता हूं जो रूस के लिए बहुत बुरी होंगी। मैं ऐसा नहीं करना चाहता क्योंकि मैं शांति चाहता हूं।'
यूक्रेन को राजी करने के लिए ट्रम्प ने क्या किया?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को धमकाने के अंदाज में ट्रम्प ने सीजफायर के लिए राजी किया है। वह उन्हें तानाशाह तक बता चुके हैं। उन्होंने ओवल ऑफिस में टीवी कैमरों के सामने हुए विवाद के कुछ दिनों बाद ही यूक्रेन को मना लिया। ट्रम्प ने यूक्रेन को दी जा रही सैन्य मदद रोकी तो जेलेंस्की मजबूर हो गए।