रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म करने को लेकर गुरुवार को एक अहम बैठक होने जा रही है। यह बैठक तुर्की के इस्तांबुल में होगी। इस बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की मौजूद रहेंगे। हालांकि, इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं होंगे। रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने साफ कर दिया है कि इस बातचीत में शामिल होने के लिए पुतिन इस्तांबुल नहीं जा रहे हैं।
पुतिन के न आने से अब रूस-यूक्रेन के बीच होने वाले 'सीजफायर' पर बात फंसती नजर आ रही है। वह इसलिए, क्योंकि यूक्रेनी राष्ट्रपति साफ कर चुके हैं कि पुतिन के अलावा किसी भी रूसी अधिकारी से बात नहीं होगी।
यह भी पढ़ें-- ट्रंप का फायदा या नीति? 46 साल बाद सीरिया से प्रतिबंध क्यों हटा रहा US
पुतिन की जगह कौन?
यूक्रेन के साथ बातचीत की टेबल पर आने का प्रस्ताव पुतिन ने ही रखा था। हालांकि, पुतिन खुद इस बैठक में नहीं रहेंगे।
क्रेमलिन ने बुधवार रात घोषणा की कि रूस का प्रतिनिधिमंडल इस बैठक में शामिल होगा। इस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई वाल्दिमीर मेडिंस्की करेंगे, जिन्हें पुतिन का करीबी माना जाता है।
यूक्रेन के साथ होने वाली इस बैठक में रूस की तरफ से मेडिंस्की के अलावा उप रक्षा मंत्री अलेक्जेंडर फोमिन, उप विदेश मंत्री मिखाइल गैलुजिन और रूस की खुफिया एजेंसी के प्रमुख इगोर कोस्त्युकोव भी मौजूद रहेंगे।
यह भी पढ़ें-- 4 साल, 30573 झूठे दावे; क्या डोनाल्ड ट्रंप बहुत 'झूठ' बोलते हैं?
जेलेंस्की ने क्या कहा?
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मंगलवार को साफ कर दिया था कि पुतिन के अलावा और किसी रूसी अधिकारी से बात नहीं होगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जेलेंस्की ने कहा, 'मैं तुर्की में पुतिन से मिलने के लिए तैयार हूं और इस जंग का अंत उनके साथ सीधी बातचीत के माध्यम से होगा।' जेलेंस्की ने कहा, 'हम युद्ध की शुरुआत से लेकर अंत तक सहमत होना चाहते हैं।' उन्होंने दावा करते हुए कहा, 'पुतिन सीधी बातचीत करने से डरते हैं।'
बुधवार रात को एक वीडियो जारी कर जेलेंस्की ने कहा, 'मैं इंतजार कर रहा हूं कि रूस की तरफ से कौन आएगा और फिर मैं तय करूंगा कि यूक्रेन को क्या करना चाहिए।'
जेलेंस्की ने आगे कहा, 'रूस सिर्फ युद्ध और हत्याओं को बढ़ा रहा है। मैं उस हर देश और हर नेता का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जो रूस पर दबाव डाल रहा है, ताकि गोलाबारी बंद हो जाए और सार्थक बातचीत हो सके, जहां फैसले लिए जा सकें। शांति और कूटनीति में मदद करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद।'
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा था कि वे इस्तांबुल में सिर्फ पुतिन से ही बात करेंगे, क्योंकि रूस में सबकुछ उनपर ही निर्भर है।
यह भी पढ़ें-- कश्मीर में बंपर पैदावार, फिर तुर्किए से सेब क्यों खरीदता है भारत?
ट्रंप के शामिल होने की गुंजाइश भी कम
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अभी कतर में हैं। वे तीन दिन के दौरे पर खाड़ी देशों में है। माना जा रहा था कि इस्तांबुल में होने वाली इस बातचीत में ट्रंप भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अब जब साफ हो गया है कि पुतिन यहां नहीं आएंगे तो ट्रंप के आने की गुंजाइश भी काफी कम है।
हालांकि, इस बातचीत में अमेरिका की तरफ से विदेश मंत्री मार्को रुबियो, स्टीव विटकॉफ और कीथ केलॉग मौजूद रहेंगे।
रूस-यूक्रेन के बीच होने जा रही इस बातचीत पर ट्रंप ने कहा था, 'इस हफ्ते तुर्की में बातचीत होने जा रही है और उम्मीद है कि इससे अच्छे नतीजे सामने आ सकते हैं।'
पुतिन और जेलेंस्की के बीच आखिरी बार दिसंबर 2019 में मुलाकात हुई थी। फरवरी 2022 में जंग शुरू होने के बाद से दोनों के बीच कोई बात भी नहीं हुई है।