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एक महीने से तय था, फिर विवेक रामास्वामी ने DOGE को छोड़ क्यों दिया?

रिपब्लिकन पार्टी के नेता विवेक रामास्वामी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के कुछ ही समय बाद DOGE से हटने का फैसला किया। आइए जानते हैं, क्या है इसकी वजह।

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रिपब्लिकन पार्टी के नेता विवेक रामास्वामी।(Photo Credit: Wikimedia Commons)

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ घंटों पहले राष्ट्रपति पद की शपथ ली। डोनाल्ड ट्रम्प के पदभार संभालने के बाद 'Department of Government Efficiency' (DOGE) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई। बता दें कि DOGE का गठन डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका में सरकारी कार्यों को और अच्छा और आसान बनाने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस विभाग को अरबपति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क व भारतीय मूल के रिपब्लिकन पार्टी के नेता विवेक रामास्वामी के साथ शुरू किया गया था। हालांकि, व्हाइट हाउस ने हाल ही में यह घोषणा की है कि विवेक रामास्वामी अब DOGE का हिस्सा नहीं रहेंगे। उनके इस पद से हटने की खबर तब आई जब डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अपना पदभार संभाला।

व्हाइट हाउस का बयान

DOGE के प्रवक्ता अन्ना केली ने कहा, 'विवेक रामास्वामी ने DOGE की नींव रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अब वे गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने DOGE छोड़ दिया। हम उनके योगदान के लिए उनके आभारी हैं और उम्मीद करते हैं कि वे अमेरिका को महान बनाने में आगे भी भूमिका निभाएंगे।'

 

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विवेक रामास्वामी कौन हैं?

विवेक रामास्वामी भारतीय मूल के रिपब्लिकन पार्टी के नेता हैं, जिन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और येल लॉ स्कूल से पढ़ाई पूरी की। वे हेज फंड और फार्मास्युटिकल रिसर्च में अपनी कामयाबी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में करोड़ों डॉलर कमाए। हालांकि, उनके द्वारा सुझाई गई दवाएं अक्सर बाजार में नहीं दिखीं।

 

रामास्वामी वैश्विक स्तर पर तब चर्चा में आए जब उन्हें 2024 में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के रूप में चुना गया था। अब वे ओहायो राज्य के गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। इस नई योजना की वजह से उन्हें DOGE की जिम्मेदारियों से हटना पड़ा।

 

DOGE और इसका उद्देश्य

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'Save America' अभियान के तहत DOGE की स्थापना की। इस विभाग का काम सरकारी खर्चों को कम करना, गैरजरूरी कार्यक्रमों को खत्म करना और सरकारी नियमों को सरल बनाना है। ट्रंप ने इसे सरकारी कर्मचारियों को कम करने और नौकरशाही को और बेहतर बनाने का प्रयास बताया।

 

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एलन मस्क पर उठ चुके हैं कई सवाल

DOGE में एलन मस्क की भागीदारी ने कई लोगों के बीच सवाल खड़े किए। उनकी कंपनियां, जैसे SpaceX और Tesla, सरकार से बड़े ठेके लेती है और NASA के साथ प्रतिस्पर्धा करती है। यह चिंता जताई गई कि मस्क का DOGE में होना उनके व्यवसायिक हितों के लिए लाभदायक हो सकता है।

 

इसके साथ रामास्वामी और मस्क ने कुछ योजनाएं भी पेश कीं थी, जिनमें फेडरल खर्चों में 2 ट्रिलियन डॉलर की कटौती और 428 फेडरल एजेंसियों को घटाकर 99 करना शामिल है। इसके साथ रामास्वामी ने 1.5 मिलियन फेडरल नौकरियां समाप्त करने का प्रस्ताव रखा, जो कर्मचारियों की कुल संख्या का 75% है। हालांकि, कई लोगों ने चिंता जताई कि इतनी बड़ी कटौती से जरूरी सेवाएं जैसे खाद्य सहायता और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभावित हो सकती हैं।

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