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भारतीय रिसर्चर बदर खान सूरी को क्यों डिपोर्ट कर रहा है अमेरिका?

अमेरिकी सरकार भारतीय रिसर्चर बदर खान सूरी को डिपोर्ट करने जा रहा है। बदर खान सूरी को वर्जीनिया से उनके घर से गिरफ्तार किया गया है।

badar khan suri

बदर खान सूरी। (Photo Credit: X@StopAntisemites)

अमेरिका के वॉशिंगटन में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले भारतीय छात्र बदर खान सूरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बदर खान सूरी को जल्द ही डिपोर्ट किया जा सकता है। सूरी को वर्जीनिया से उनके घर से गिरफ्तार किया गया। 


बताया जा रहा है कि सूरी को यहूदी विरोधी भावना फैलाने और हमास से समर्थन रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उनके वकील का दावा है कि उनका वीजा रद्द किया जा रहा है और डिपोर्ट करने की तैयारी चल रही है।


सूरी के वकील ने बताया कि वे इमिग्रेशन कोर्ट में तारीख का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, ट्रंप सरकार ने उन्हें डिपोर्ट करने के लिए इमिग्रेशन लॉ की एक ऐसी धारा का इस्तेमाल किया है, जो अमेरिका के विदेश मंत्री को किसी गैर-अमेरिकी को डिपोर्ट करने का अधिकार देती है।

 

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कौन हैं बदर खान सूरी?

बदर खान सूरी ने भारत की एक यूनिवर्सिटी से पीस एंड कॉन्फ्लिक्ट स्टडीज में PhD की है। इसके बाद वे स्टूडेंट वीजा पर अमेरिका चले गए। वे जॉर्जटाउन के अलवलीद बिन तलाल सेंटर फॉर मुस्लिम-क्रिश्चियन अंडरस्टैंडिंग में फेलो हैं। यह सेंटर जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस का हिस्सा है।


जानकारी के मुताबिक, बदर खान सूरी जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में 'साउथ एशिया में बहुसंख्यकवाद और अल्पसंख्यक अधिकार' विषय पर पढ़ाते हैं।


उन्होंने अमेरिकी नागरिक मेफेज सालेह से शादी की है। जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के मुताबिक, मेफेज सालेह का ताल्लुक गाजा है। सालेह अल-जजीरा और फिलिस्तीनी मीडिया आउटलेट्स के लिए भी काम कर चुके हैं। उन्होंने गाजा पट्टी में विदेश मंत्रालय के साथ भी काम किया है।

 

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बदर खान पर क्या हैं आरोप?

फॉक्स न्यूज ने डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) के एक बयान के हवाले से बताया है कि बदर खान सूरी पर हमास के साथ संबंध रखने और सोशल मीडिया पर उसका प्रचार करने का आरोप है। हमास को अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।


व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने X पर पोस्ट कर बताया कि भारतीय छात्र बदर खान सूरी ने अपने खिला लगने आरोपों से बचने के लिए कोई सबूत नहीं दिए हैं।


होमलैंड सिक्योरिटी ने एक बयान जारी कर बताया, 'बदर खान सूरी जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में एक विदेशी छात्र था, जो सक्रिय रूप से हमास का प्रचार कर रहा था और सोशल मीडिया पर यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा दे रहा था। सूरी के एक आतंकवादी से भी करीबी संबंध हैं, जो हमास का सीनियर एडवाइजर है।'


बदर खान सूरी की गतिविधियां सामने आने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने उन्हें इमिग्रेशन लॉ के तहत डिपोर्ट करने का आदेश दिया है।

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