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डोनाल्ड ट्रम्प ने काश पटेल को बनाया FBI का डायरेक्टर, वजह क्या है?

काश पटेल, भारतीय मूल के हैं। उनका परिवार, गुजरात से आया है। अब उन्हें डोनाल्ड ट्रम्प ने FBI की कमान सौंपने का फैसला किया है।

Kash Patel

काश पटेल, ट्रम्प के वफादार अधिकारी रहे हैं। (तस्वीर- फेसबुक, डोनाल्ड ट्रम्प)

डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने वफादार कैंपेनर रहे काश पटेल को फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) का चीफ नियुक्त किया है। ट्रम्प की कैबिनेट में जगह पाने वाले वे दूसरे भारतीय मूल के व्यक्ति हैं। काश पटेल, पेशे से वकील रहे हैं और अब उन्हें अमेरिका के सबसे भरोसेमंद जांच एजेंसी की कमान मिल गई है। 

डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि काश पटेल, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी के आधीन काम करेंगे, जिससे अमेरिकी जांच एजेंसी में कर्तव्य निष्ठा, बहादुरी और ईमानदारी वापस लाई जा सके। डोनाल्ड ट्रम्प ने लिखा कि काश पटेल को FBI निदेशक बनाने में उन्हें गर्व की अनुभूति हो रही है।

डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया है कि काश पटेल, अमेरिकी वकील हैं, जिन्होंने अलग-अलग अहम विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं। ट्रम्प ने उनके बारे में लिखा कि काश पटेल, अमेरिकी फर्स्ट योद्धा हैं, जिन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने, न्याय की रक्षा करने और अमेरिकी लोगों की भलाई में जिंदगी बिताई है। 

ट्रम्प का कहना है कि काश पटेल ने संविधान की रक्षा के लिए वकील के तौर पर खुद को समर्पित रखा, पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने चीफ ऑफ स्टाफ, नेशनल इंटेलिजेंस ब्यूरो के सब डायरेक्ट और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में सीनियर डायरेक्टर के तौर पर काम किया। काश पटेल ने 60 से ज्यादा ज्यूरी ट्रायल किया है. FBI, अब अवैध प्रवासियों, अपराधियों को रोकेगी। ड्रग और ह्युमन ट्रैफिकिंग पर रोक लगाएगी। 

कौन हैं काश पटेल?
 काश पटेल का जन्म साल 1980 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उनका पूरा नाम कश्यप प्रमोद पटेल है। उनके माता-पिता गुजराती मूल के हैं। उनकी शुरुआती परवरिश पूर्वी अफ्रीका में हुई है। उन्होंने गार्डन सिटी हाई स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की है। काश पटेल ने रिचमंड यूनिवर्सिटी से अपनी उच्च शिक्षा पूरी की और लंदन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल लॉ की पढ़ाई की। काश पटेल, धर्म से हिंदू हैं। उनका कहना है कि वे भारत से बेहद गहराई से जुड़े हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ही वकील के तौर पर की थी। 

 

डोनाल्ड ट्रम्प के मुताबिक काश पटेल कठिन कानूनी मामलों को सुलझाने में महारत हासिल करते गए। उनकी दक्षता हत्या, ड्रग और आपराधिक मामलों को निपटाने में है। वे राज्य और फेडरल कोर्ट में न्यायिक लड़ाई लड़ते रहे हैं।  काश पटेल कार्यवाहक रक्षा सचिव क्रिस्टोफर मिलर के चीफ ऑफ स्टाफ रहे हैं। उन्होंने प्रेसीडेंट एंड सीनियर डायरेक्टर फॉर काउंटर टेररिज्म (CT) के डिप्टी असिस्टेंट की कमान भी संभाली है। वे नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में भी डिप्टी असिस्टेंट रहे हैं। 


काश पटेल ट्रम्प के वफादार अधिकारियों में से एक रहे हैं। उन्हें ISIS और अलकायदा नेतृत्व के किलाप रणनीति तैयार करने के लिए भी जाना जाता है। उन्हें कई अमेरिकी बंधकों को सुरक्षित घर वापस लाने का भी श्रेय दिया जाता है। काश पटेल से कुछ विवाद भी जुड़े रहे। जब ट्रम्प पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तब इनका नाम सुर्खियों में आया था। जब ट्रम्प पर चुनाव में रूस की मदद लेने के आरोप लगे थे, तब भी काश पटेल का नाम सुर्खियों में आया था। आरोप लगे कि वे ट्रम्प के राजनतीक एजेंडे को फैलाते हैं।

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जब डोनाल्ड ट्रम्प महाभियोग का सामना कर रहे थे, तब पूर्व नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के अधिकारी फियोना हिल ने जांच एजेंसियों से कहा था कि उन्हें चिंता है कि काश पटेल बिना इजाज के ट्रम्प और यूक्रेन के बीच बैक चैनल की तरह काम कर रहे हैं। काश पटेल ने इसे गलत बताया था।

विवेक रामास्वामी को भी ट्रम्प अहम जिम्मेदारी दे चुके हैं। वे भी भारतवंशी हैं।

FBI क्या है?
FBI अमेरिकी की जांच एजेंसी है। इस एजेंसी का काम राष्ट्रीय सुरक्षा पर नजर रखना, अपराध रोकना और वैश्विक चुनौतियों से निपटना है। यह दुनिया की सबसे तेज एजेंसियों में शुमार होती है। FBI का गठन साल 1908 में हुआ था। इसका काम, अपराध से लेकर दुनिया में घट रही घटनाओं पर भी नजर रना है। यह साइबर एजेंसी से लेकर ह्युमन ट्रैफिकिंग तक की जांच करती है।  

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