नेपाल में केपी ओली के इस्तीफे के बाद अभी तक नई सरकार का गठन नहीं हुआ। आज नेपाल के राष्ट्रपति, सेना प्रमुख और जेन-जी आंदोलन के प्रतिनिधियों के बीच एक अहम बैठक है। इसमें अंतरिम सरकार और उसकी अगुवाई करने वाले चेहरों पर मुहर लग सकती है। नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के अलावा नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी के मुखिया कुलमान घिसिंग का नाम सबसे आगे चल रहा है। युवा आंदोलनकारी चाहते हैं कि कुलमान घिसिंग को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करना चाहिए। आइये ऐसे में जानते हैं कि कुलमान कौन हैं, इनका नाम क्यों चर्चा है।
नेपाल में अंतरिम सरकार के मुद्दे पर जेन-जी प्रदर्शनकारियों के बीच आम सहमति नहीं बन पा रही है। युवा अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम पर बंटे हैं। एक धड़ा सुशीला कार्की के पक्ष में है तो वहीं एक समूह कुलमान घिसिंग को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाना चाहता है। डिजिटल प्लेटफॉर्म डिस्कॉर्ड के जरिये ऑनलाइन वोटिंग आयोजित की गई। इसमें सबसे अधिक लोगों ने सुशीला कार्की का समर्थन किया। 73 वर्षीय सुशीला कार्की बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पढ़ी हैं। वे नेपाल में मुख्य न्यायाधीश की कुर्सी तक पहुंचने वाली एकमात्र महिला हैं।
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कौन हैं कुलमान घिसिंग?
नेपाल में अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर कुलमान घिसिंग का नाम भी सामने आया है। 54 वर्षीय घिसिंग नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व प्रबंध निदेशक हैं। 25 नवंबर 1970 को उनका जन्म नेपाल के रामेछाप में हुआ था। घिसिंग झारखंड के जमशेदपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं। बाद में उन्होंने एमबीए की डिग्री भी हासिल की।
14 सितंबर 2016 को नेपाल सरकार ने उन्हें नेपाल विद्युत प्राधिकरण का प्रबंध निदेशक बनाया। 11 अगस्त 2021 को दोबारा नियुक्ति मिली। नेपाल वर्षों पुरानी बिजली कटौती की समस्या से जूझ रहा था। लेकिन घिसिंग ने इस कटौती को खत्म कर दिया। इसके बाद उनकी लोकप्रियता पूरे नेपाल में फैल गई।
हिमालयन टाइम्स की खबर के मुताबिक कुलमान घिसिंग और नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री दीपक खड़का के बीच नहीं बन रही थी। मंत्री को उनके काम करने का तरीका नहीं पसंद था। इसके बाद इसी साल मार्च में नेपाल की केपी ओली सरकार ने नेपाल विद्युत प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक पद से कुलमान घिसिंग को बर्खास्त कर दिया।
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बलेंद्र शाह का भी उछला नाम, सुशीला कार्की का किया समर्थन
सुशीला कार्की और कुलमन घिसिंग से पहले काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर बलेंद्र शाह का नाम भी उछल चुका है। बलेंद्र शाह रैपर और इंजीनियर हैं। जेनरेशन जेड ने उनके नाम पर सहमति जताई। हालांकि बलेंद्र ने खुद ही अपना नाम पीछे खींच लिया और सुशीला कार्की का खुलकर समर्थन किया है।
इसके अलावा धरान सब-मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर हार्क संपांग ने भी सुशीला का समर्थन किया है। सुशीला कार्की खुद भी कह चुकी हैं कि वह अंतरिम सरकार की अगुवाई करने का प्रस्ताव स्वीकार करेंगी।