वह कौन नेता है? जिसे मारने के लिए कतर पर इजरायल ने हमला किया
दुनिया
• DOHA 11 Sept 2025, (अपडेटेड 11 Sept 2025, 9:56 PM IST)
कतर पर इजरायल का हमला ऐतिहासिक है। पहली बार इजरायल ने इस खाड़ी देश पर हमला करने की हिमाकत की है। आशंका यह है कि कहीं इससे मध्य पूर्व में हमलों का एक नया तौर न शुरू हो जाए।

सांकेतिक फोटो। (AI Generated Image)
इतिहास में पहली बार इजरायल ने कतर पर हवाई हमला किया तो पूरी दुनिया हैरत में पड़ गई। हमास के सबसे बड़ी नेता इस्माइल हानिया की हत्या इजरायल चाहता तो कतर की राजधानी दोहा में ही कर सकता था। मगर उसने ऐसा नहीं किया। इजरायल ने इंतजार किया और जब हानिया ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचे तो वहां एक बम धमाके में उसकी जान ले ली।
अब सवाल उठता है कि हमास का वो कौन सा नेता था? जिसको अपने रास्ते से हटाने की खातिर इजरायल ने कतर पर हमला कर दिया, जबकि इस्माइल हानिया के केस में ऐसा करने से वह बचता रहा। इजरायल ने उस देश पर हमला किया, जो इजरायल और हमास के बीच शांति वार्ता में अहम किरदार निभा रहा। वो देश जिसने हमास नेताओं को अपने यहां शरण दी। दुनिया में कहीं भी कोई मसला फंसता तो कतर ही मध्यस्थता करता। छोटे यूएन की पहचान बना चुके कतर को इजरायल ने आखिरी निशाने पर क्यों लिया? जानते हैं हर एक सवाल का जवाब।
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9 सितंबर को इजरायली वायुसेना के लगभग 15 विमानों ने कतर की राजधानी दोहा में हवाई हमलों को अंजाम दिया। एक आवासीय परिसर को निशाना बनाया गया। कतरी सुरक्षा गार्ड समेत छह लोगों की जान गई है। कतर ने अपने बयान में इजरायली हमलों को आपराधिक और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन बताया। दूसरी तरफ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि यह एक पूरी तरह से स्वतंत्र इजरायली अभियान था। हमारी सरकार इसकी पूरी जिम्मेदारी लेती है।
हमास के किस नेता को मारना चाहता था इजरायल?
कतर हमले में इजरायल ने हमास के बड़े नेता खलील अल-हय्या को निशाना बनाया था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया। ईरान में इस्माइल हानिया और गाजा में याह्या सिनवार की मौत के बाद खलील अल हय्या अब हमास का प्रमुख नेता है।
इजरायल ने अपने हमले में खलील अल हय्या के अलावा निर्वासित गाजा प्रमुख और शीर्ष वार्ताकार को मारने का प्लान बनाया था। हमास के पांच नेता दोहा में अमेरिका के साथ युद्धविराम पर बातचीत करने पहुंचे थे। हमले में प्रतिनिधिमंडल बच गया, लेकिन अल-हय्या का बेटा और हमास से जुड़े चार लोग मारे गए।
अल-हय्या का जन्म 1960 में गाजा पट्टी में हुआ। 1987 में हमास की स्थापना हुई। तब से ही वह इस संगठन से जुड़ा है। 2007 में गाजा शहर में स्थित उसके घर पर इजरायल ने हमला किया था। इसमें उसके परिवार के कई लोग मारे जा चुके हैं। 2014 में भी अल-हत्या के सबसे बड़े बेटे ओसामा के घर पर इजरायल ने बमबारी की। इसमें ओसामा, उसकी पत्नी और तीन बच्चे मारे गए। इस्माइल हानिया की मौत के बाद अल-हय्या हमास का सबसे प्रभावशाली नेता है। यही कारण है कि इजरायल उसे हर हाल में अपने रास्ते से हटाना चाहता है।
तो अमेरिका को भी कुछ पता नहीं था!
कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद अल थानी का कहना है कि उनके देश के पास इस बर्बर कार्रवाई का जवाब देने का अधिकार है। उन्होंने बताया कि हमला तीन बजकर 46 मिनट पर हुआ। ठीक 10 मिनट बाद अमेरिकी अधिकारी का फोन आया। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने बात की और उन्होंने हमले की आलोचना की। ट्रंप प्रशासन ने कहा कि हमें इस हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हम इस पूरे घटनाक्रम से खुश नहीं हैं। ये अच्छे हालात नहीं है।
इजरायल ने क्यों किया बदले का जिक्र?
कतर पर हमले की निगरानी बेंजामिन नेतन्याहू ने कमांड सेंटर से की। उन्होंने बाद में कहा कि इजरायल हमेशा अपना बदला लेगा। उन्होंने आगे दावा किया कि वे सब (हमास नेता) उसी जगह पर मुलाकात कर रहे थे, जहां दो साल पहले इजरायल पर हमास के हमले का जश्न मनाया गया था। युद्ध की शुरूआत में हमने दावा किया था कि जिसने भी इस क्रूरता को अंजाम दिया है, इजरायल उन तक जरूर पहुंचेगा।
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अमेरिकी कूटनीति को भी झटका
इजरायल ने दोहा में जिस इमारत को निशाना बनाया, वहां पर हमास के नेता अमेरिका के साथ बाचतीत करने पहुंचे थे, ताकि गाजा में युद्ध विराम का रास्ता तैयार हो सके। मगर इजरायली हमले से अमेरिकी के कूटनीतिक प्रयासों को भी करारा झटका लगा है।
कतर पर और हमला करेगा इजरायल!
भारत और फ्रांस समेत दुनियाभर के देशों ने इजरायली हमले की निंदा की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कतर के समर्थन में अपना बयान दिया। कतर से पहले इजरायल ने यमन की राजधानी सना पर बमबारी की। इसमें 35 लोगों की जान गई थी। बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर पर और भी हमले की चेतावनी दी। उनका कहना है, 'मैं कतर और उन सभी देशों से कहता हूं, जो आतंकवादियों को पनाह देते हैं। उन्हें खदेड़ दें या न्याय के कटघरे में लाएं। अगर ऐसा नहीं किया तो हम करेंगे।'
कतर ने क्या चेतावनी दी?
माना जा रहा है कि अभी इजरायल के 20 बंधक जीवित हैं और गाजा में हमास के कब्जे में हैं। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद का कहना है, 'मुझे लगता है कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कल जो किया, उसने उन इजराइली बंधकों के लिए सारी उम्मीदें खत्म कर दी हैं।' अब कतर के इस बयान से इजरायल की टेंशन बढ़ सकती है। अगर बंधकों को कुछ हुआ तो इजरायल कतर पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है। ऐसा हुआ तो खाड़ी देशों में संघर्ष फैलने की आशंका है।
खाड़ी के देश अलर्ट
दिनदहाड़े दोहा में इजरायल के हमलों ने पूरे खाड़ी देशों को अलर्ट कर दिया है। खाड़ी देश कतर के साथ एकजुट दिख रहे हैं। तमाम मतभेदों को भुलाकर संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान दोहा पहुंचे। उन्होंने इजरायली हमलों को आपराधिक और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बताया है। यूएई के अलावा कुवैत और जॉर्डन के युवराज भी कतर पहुंचे। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी दोहा जा रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी दोहा जाएंगे।
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