गिफ्ट या घूस: ट्रंप को मिले उपहारों पर क्यों इतनी बहस?
कतर ने डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के इतिहास का सबसे महंगा गिफ्ट देने का एलान किया है। इस पर अमेरिका में एक नई बहस शुरू हो चुकी है। लोग गिफ्ट और घूस के बीच अंतर खोजने में जुटे हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। Photo Credit: X-@realDonaldTrump
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को गिफ्ट, सोना और तारीफ खूब पसंद है। कोई भी शख्स सिर्फ चापलूसी से उनका दिल जीत सकता है। अगर यहां बात न बने तो कोई बड़ा सा गिफ्ट देकर ट्रंप को खुश किया जा सकता है। मध्य पूर्व के कुछ देशों ने ट्रंप को गिफ्ट देने वाली रणनीति अपनाई। हाल ही में कतर ने एलान किया है कि वह ट्रंप को बोइंग 747 विमान गिफ्ट देगा। इस विमान की कीमत 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर है। इस महंगे गिफ्ट के बाद अमेरिका में नई बहस शुरू हो गई। अमेरिका में लोग इसे कतर से ट्रंप को मिली रिश्वत के तौर पर देख रहे हैं। मगर ट्रंप को इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता। आइए जानते हैं कि ट्रंप का गिफ्ट प्रेम क्या है?
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा जब ट्रंप के ओवल ऑफिस पहुंचे तो उन्होंने कहा कि मेरे पास आपको देने के लिए कोई विमान नहीं है। जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि काश यह आपके पास होता तो मैं ले लेता। मजाकिया अंदाज में कही गई ये बातें यह बता रही हैं कि ट्रंप को गिफ्ट से कितना प्रेम है? रामफोसा का बयान इस ओर भी संकेत देता है कि ट्रंप से बातचीत में गिफ्ट की कितनी अहमियत है। बातचीत के बीच ही ट्रंप ने रामफोसा को दक्षिण अफ्रीका में श्वेत लोगों की हत्या मामले में जमकर घेरा और अपनी नाराजगी भी दिखाई।
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ट्रंप को जब पंसद नहीं आया यूएई का गिफ्ट
ट्रंप को छोटा-मोटा गिफ्ट पसंद नहीं आता है। हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे पर उन्हें अबू धाबी में तेल की एक बूंद गिफ्ट की गई। मगर ट्रंप इससे खुश नहीं हुए। वहां के सुल्तान ने उच्च गुणवत्ता वाले तेल 'मुरबन' का एक कैप्सूल ट्रंप को दिया। तभी वीडियो में ट्रंप कहते हैं कि ये तेल की एक बूंद है। यह धरती पर सबसे उच्च गुणवत्ता वाला तेल है। मुझे सिर्फ एक बूंद ही मिला है। इसलिए मजा नहीं आया।
पिछले कार्यकाल में मिले गिफ्ट को ट्रंप ने छिपाया
ट्रंप के पहले कार्यकाल में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी ने ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप को 85 पीस का चीनी मिट्टी का डिनर सेट गिफ्ट किया था। इसकी कीमत 16,250 डॉलर है। सऊदी अरब ने अपने शाह की तस्वीर भेंट की थी। इसकी कीमत 1380 डॉलर है। ट्रंप की बेटी को 700 डॉलर के कपड़े और दामाद जेरेड कुशनेर को 750 डॉलर का चांदी का चोपर्ड पेन गिफ्ट मिला था।
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक ने ट्रंप को उनकी ही तस्वीर गिफ्ट दी थी। पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ट्रंप टावर की ब्लैक एंड व्हाइट फोटो भेंट की थी। जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 2016 में ट्रंप को 3755 डॉलर का गोल्ड गोल्फ ड्राइवर दिया था। ट्रंप परिवार को भारत से भी 17 गिफ्ट मिले। इनकी कीमत लगभग 47,000 डॉलर से अधिक है। मगर ट्रंप ने इन गिफ्टों को कभी घोषित नहीं किया।
बदले में कतर को क्या मिला?
साल 2003 में तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने कतर का दौरा किया था। इसके बाद हाल ही में ट्रंप ने पहला आधिकारिक दौरा किया। ट्रंप को गिफ्ट में विमान देने के अलावा कतर अमेरिका की बोइंग कंपनी से 210 विमान खरीदेगा। बदले में उसे ट्रंप ने सुरक्षा का आश्वासन दिया है। ट्रंप ने कहा कि कतर ईरान के बिल्कुल करीब है। इस वजह से हम इस देश की रक्षा करेंगे। उधर, ट्रंप की कंपनियों ने कतर में एक लक्जरी गोल्फ रिसॉर्ट बनाने का सौदा किया है। दूसरी तरफ कतर से मिले विमान को डेमोक्रेट्स ने अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी रिश्वत बताया।
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क्या ट्रंप अमेरिकी विदेश नीति की बोली लगा रहे?
जॉर्ज डब्ल्यू बुश की सरकार में व्हाइट हाउस के मुख्य नैतिकता वकील रिचर्ड पेंटर का मानना है कि अन्य देशों के साथ बातचीत के वक्त यह चिंता रहती है कि अगर कोई व्यक्ति अमेरिका के राष्ट्रपति को कोई गिफ्ट देता है तो हमारी बातचीत का तरीका बदल सकता है। ट्रंप के गिफ्ट प्रेम के बाद अमेरिका में लोगों का मानना है कि व्हाइट हाउस अब यह संदेश दे रहा है कि अमेरिकी विदेश नीति सबसे अधिक बोली लगाने वाले देश को बेची जा सकती है।
गिफ्ट पर क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप को खुश करने में सिर्फ गिफ्ट ही काम नहीं आते हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने ट्रंप की क्रिप्टो कंपनी में 2 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। बदले में ट्रंप ने यूएई के हित में कई समझौते किए। उधर, कतर से मिले गिफ्ट को ट्रंप महान बता चुके हैं। उनका कहना है कि अगर मैं इसे न करता हूं तो यह मूर्खता है। ट्रंप ने तर्क दिया कि कतर से मिले विमान का इस्तेमाल एयर फोर्स वन के तौर पर होगा। पद छोड़ने के बाद इसे राष्ट्रपति पुस्तकालय को सौंप दिया जाएगा।
क्या कहता है अमेरिका का कानून?
अमेरिका में गिफ्ट से जुड़ा एक कानून है। इसके मुताबिक 480 डॉलर से कम कीमत वाली समान को राष्ट्रपति या कोई संघीय कर्मचारी अपने पास रख सकता है। अगर गिफ्ट इससे महंगा है तो उसे राष्ट्रीय अभिलेखागार या राष्ट्रपति पुस्तकालय में रखना पड़ता है। यदि राष्ट्रपति कोई गिफ्ट अपने पास रखना चाहते हैं तो उन्हें पूरी कीमत चुकानी होगी।
ट्रंप का गिफ्ट प्रेम
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दोनों कार्यकाल में अपनी विदेश यात्रा की शुरुआत सऊदी अरब से की थी। 2017 में वे जब रियाद पहुंचे थे तो सऊदी अरब के शाही परिवार ने उन्हें खंजर, तलवार, सफेद बाघ और चीता के फर से बने तीन कपड़े बतौर गिफ्ट दिए थे। पद छोड़ने के बाद भी ट्रंप ने इन सामानों को अपने पास रखा। इसके अलावा ट्रंप के पहले कार्यकाल में विदेशी सरकारों मिले 100 गिफ्ट गायब थे। इसका खुलासा 2023 में अमेरिकी सदन की निगरानी समिति की रिपोर्ट में हुआ था। कहा जाता है कि इन गिफ्टों को ट्रंप अपने साथ ले गए थे। इससे ही अंदाजा लगा सकते हैं कि ट्रंप को उपहारों से कितना प्रेम है। बतौर राष्ट्रपति मिले गिफ्ट को भी ट्रंप ने अपने निजी इस्तेमाल के लिए रख लिया।
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