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तंदूर का धुआं ही नहीं, रोटी भी खतरनाक है, डाइटिशियन से जानिए कैसे?

प्रदूषण के कारण दिल्ली में तंदूर को बैन कर दिया गया है। क्या आप जानते हैं कि तंदूर का धुआं सेहत के लिए हानिकारक होता है?

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तंदूरी रोटी, Photo credit: Freepik

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दिल्ली में प्रदूषण की वजह से तंदूर में कोयला और लकड़ी के इस्तेमाल को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसका मतलब है कि शहर के सभी होटल, रेस्टोरेंट खुले में लकड़ी और कोयला वाला तंदूर नहीं लगा सकते हैं। कोयले की वजह से प्रदूषण बढ़ता है। सिर्फ उन्हीं तंदूर का इस्तेमाल किया जा सकता है जो बिजली या गैस से चलता है। क्या आप जानते हैं कि तंदूर से निकलने वाला धुआं ही नहीं उससे बनने वाली रोटी भी सेहत के लिए  नुकसानदायक होती है।

 

तंदूरी रोटी के साथ दाल मखनी, कढ़ाई पनीर का स्वाद बढ़ जाता है। शादी और फैमिली फंक्शन में भी तंदूरी रोटी खाई जाती है। तंदूरी रोटी को मैदे से बनाया जाता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। हमने इस बारे में जयपुर, न्यूट्रीप्लस की डायरेक्टर और सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक से बात की।

 

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कैसे खतरनाक होता है तंदूर?

तंदूर में कोयला या लकड़ी जलाकर अत्यधिक तापमान पर रोटियां सेंकी जाती हैं। इस प्रक्रिया में निकलने वाला धुआं कार्बन मोनोऑक्साइड, पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAHs) और अन्य हानिकारक गैसों से भरपूर होता है। लंबे समय तक ऐसे धुएं के संपर्क में रहने से आंखों में जलन, सांस की बीमारियां, फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी और अस्थमा जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। तंदूर पर काम करने वाले कर्मचारियों के लिए यह खतरा और भी अधिक होता है।

 

जली रोटी क्यों बनती है खतरनाक?

 

तंदूर की रोटी अक्सर तेज आंच पर जल्दी पकाई जाती है, जिससे वह कई बार जरूरत से ज्यादा जल जाती है। जब रोटी या कोई भी कार्बोहाइड्रेट-युक्त खाद्य पदार्थ बहुत अधिक तापमान पर जलता है, तो उसमें एक्रिलामाइड जैसे हानिकारक रसायन बन सकते हैं। ये तत्व लंबे समय तक सेवन करने पर कैंसर, पाचन संबंधी समस्याओं और सूजन (इन्फ्लेमेशन) के खतरे को बढ़ा सकते हैं।

 

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पोषण मूल्य पर भी असर

 

अत्यधिक तापमान पर पकाने से रोटी में मौजूद कुछ आवश्यक पोषक तत्व जैसे बी विटामिन और फाइबर नष्ट हो सकते हैं। ऊपर से अगर रोटी बहुत कड़ी या जली हुई हो, तो वह पचाने में भी मुश्किल होती है, जिससे गैस, एसिडिटी और पेट दर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं।

मैदा सेहत के लिए नुकसानादयक होता

मैदा में ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी ज्यादा होती है। इसके सेवन से शुगर स्पाइक होता है और इंसुलिन बढ़ सकता है। इसलिए मैदा वाली रोटी खाने से बचें।

 

मैदा खाने से आपका वजन बढ़ता है। यह आपके सेहत के लिए भी नुकसानदायक होता है। इसकी आदत न लगाएं। मैदे की जगह पर आटे वाली रोटी खाएं। तवे पर पक्की रोटी सेहत के लिए अच्छी होती है।

 


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