ताजा खाना हर किसी को पसंद होता है। हालांकि कई बार हम फ्रिज में रखें बासी खाने को गर्म करके खाते हैं। क्या आपने फ्रिज में रखें दो दिन पुराने खाने को खाया है। ये आपके सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। भले ही उसका स्वाद खराब नहीं हुआ हो। आइए जानते हैं फ्रिज में किन चीजों को ज्यादा लंबे समय तक रखना हानिकारक है और इन चीजों के सेवन से आपके सेहत को क्या नुकसान पहुंचता है।
हाई प्रोटीन वाली चीजें
अपने फ्रिज में हाई प्रोटीन वाली चीजों को रखने से बचें। पैथोजन को मीट, मछली, चीज और अंडे वाली चीजें बहुत पसंद है। मीट में लिस्टोरिया जैसा बैक्टीरिया कम तापमान में पनपता है। कच्चा मीट और पोल्ट्री वाली चीजों में साल्मोनेला, ई. कोली और कैम्पिलोबैक्ट बैक्टीरिया पनपते हैं जिसकी वजह से फूड पॉइजनिंग हो सकती है। अगर आपने इन चीजों को ढंग से स्टोर करके नहीं रखते हैं तो ये खाने- पीने की दूसरी चीजों को भी खराब कर सकते है।
ये भी पढ़ें- हेल्दी ड्रिंक सेहत के लिए फायदेमंद या नुकसानदेह, एक्सपर्ट से समझिए
बचा हुआ खाना
बचे हुए खाने को ज्यादा लंबे समय तक फ्रिज में नहीं रखना चाहिए। अगर आपने बचे हुए खाने को ज्यादा समय तक रख दिया तो उसमें बैक्टीरिया, मोल्ड और टॉक्सिन चीजें पनपती है। आप बचे हुए खाने को 3 से 4 दिन बाहर फ्रिज से बाहर फेंक दें।
पहले से कटे हुए फल और हरी सब्जियां
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि फ्रिज में ज्यादा समय तक हरी सब्जियां रखना सही नहीं होता है। पहसे से कटे हुई सब्जियां या फल जल्दी खराब हो जाते हैं। ये चीजें बैक्टीरिया के कॉन्टेक्ट में जल्दी आ जाते हैं।
ये भी पढ़ें- चीन के चमगादड़ों में मिला कोरोना का नया वायरस, क्या फिर आएगी तबाही?
पके हुए चावल या पास्ता
ज्यादातर लोग मानते हैं कि एक बार खाना पक जाने के बाद, जब तक उसे दोबारा गर्म कर दिया जाए तो ठीक रहता है लेकिन ये सच नहीं है। पके हुए चावल और पास्ता में बैसिलस सेरेस बैक्टीरिया होता है जो जरूरी नहीं है कि गर्म करने के बाद मर जाए। उस खाने को खाने से आप बीमार पड़ सकते है। अगर आप पके हुए चावल या पास्ता रख रहे हैं तो उसे रूम टेंपरेचर में 2 से 3 घंटे तक के लिए रखें। आप 2 से 3 दिन तक रखने की गलती ना करें।
सीफूड
कच्ची मछलियां बहुत जल्दी खराब होती है। खासतौर पर ट्यूना, मैकेरल, माही-माही, सार्डिन और एंकोवी जैसी मछलियों में प्राकृतिक रूप से हिस्टिडीन होता है जो एक एमिनो एसिड है। अगर इसे सही तापमान पर नहीं रखा जाए तो हिस्टिडीन जहर बन सकता है।
Disclaimer: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए आप अपने किसी डॉक्टर की सलाह लें।