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जरूरत से ज्यादा प्रोटीन लिवर- किडनी के लिए खतरनाक, क्या है सही मात्रा?

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व है लेकिन जरूरत से ज्यादा इसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है। हाई प्रोटीन डाइट आपके लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचाती है।

high protein cause problem  liver and kidney

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: freepik)

प्रोटीन हमारी शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व है जो मांसपेशियों से लेकर हार्मोन तक को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह अमीनो एसिड्स से बनने वाला कंपाउड है जो मसल्स मास को बढ़ाने का काम करता है और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। आज कल बॉडी बिल्डिंग के चक्कर में लोग हाई प्रोटीन डाइट लेते हैं। इसके अलावा जो दुबले पतले कद काठी के होते हैं। वे भी अपने डाइट में प्रोटीन की मात्रा को ज्यादा रखते हैं ताकि वजन तेजी से बढ़े। अधिक मात्रा में प्रोटीन लेने से सेहत को नुकसान पहुंचता है। इस वजह से किडनी, लिवर और हृदय पर प्रभाव पड़ता है।

 

डाइट में जरूरत से ज्यादा प्रोटीन लेना सेहत के लिए कितना खतरनाक है? इस बारे में हमने जयपुर, न्यूट्रीप्लस की डायरेक्टर और सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक से बात की।

 

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एक व्यक्ति को लेना चाहिए कितनी मात्रा में प्रोटीन?

क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक ने बताया, 'एक व्यक्ति को दिन भर में 0.8 ग्राम से 1. 2 ग्राम प्रोटीन की जरूरी होती है। अगर कम मात्रा में प्रोटीन लेते हैं या जरूरत से ज्यादा प्रोटीन लेते हैं। दोनों ही केस में सेहत को नुकसान पहुंचता है। आज कल लोगों में बॉडी बनाने का क्रेज तेजी से देखने को मिल रहा है जिस वजह से मार्केट में प्रोटीन सप्लीमेंट्स की डिमांड बढ़ गई है। बाजार में दो तरह का प्रोटीन मिलता है। एक तो वे प्रोटीन और दूसरा सिंथेटिक प्रोटीन जिसे हम लोग स्टेरॉयड के नाम से जानते हैं'।

वे प्रोटीन हमें दूध से बनी चीजों से मिलता है। अगर शरीर के हिसाब से वे प्रीटीन को नियमित मात्रा में लेते हैं तो सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता है। जबकि स्टेरॉयड वाले प्रोटीन में सिथेंटिक होता है जिसे अधिक मात्रा में लेने से किडनी पर दबाव पड़ता है। हार्मोन इम्बैंलेस की समस्या होती है। स्टेरॉयड का इस्तेमाल ज्यादातर वे लोग करते हैं जिन्हें कम समय में बॉडी बनानी होती है। स्टेरॉयड को लोग इंजेक्शन, पाउडर के रूप में लेते हैं।- सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक

प्लांट बेस्ड प्रोटीन खाएं

डॉक्टर अंजलि के मुताबिक प्लांट बेस्ड प्रोटीन एनिमल बेस्ड प्रोटीन से बेहतर और सुरक्षित होता है। नट्स, राजमा, चना, मिलेट्स, दाले, दही, मूंगफली, सीड्स (अलसी, खरबूजे, सूरजमुखी के बीज) खाएं, ग्वार की फलियां, अंकुरित बीज, ओट्स, पनीर, चना ये सब खाएं। इसके अलावा हरि सब्जियों को शामिल करें। इन सभी चीजों में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। कुछ लोगों को एनिमल प्रोटीन लेने से पाचन संबंधी परेशानी होती है। इसके अलावा आजकल यह संक्रमण का मुख्य केंद्र है।

 

 

 

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हाई प्रोटीन डाइट लेने से होने वाले नुकसान

अंजलि फाटक ने बताया, 'जो लोग जिम जाते हैं वे बॉडी बनाने के चक्कर में अपने घर पर नेचुरल चीजों से प्रोटीन लेते हैं जिसमें अंडा, पनीर शामिल होता है। साथ में बाहर से भी प्रोटीन ले रहे हैं जिस कारण से शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है। प्रोटीन को पचाने के लिए शरीर को ज्याद मेहनत करनी पड़ती है। इस वजह से लिवर और किडनी पर दबाव पड़ता है। इसके अलावा पाचन संबंधी परेशानियां होती है। अधिक मात्रा में स्टेरॉयड वाला प्रोटीन लेने से पीसीओडी, पीसीओएस, डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है'। इसके अलावा बाल झड़ने लगते हैं। 

 

किन बातों का रखें ध्यान?

  • अनबैलेंस तरीके से ना खाएं।
  • अपनी फिजिकल एक्टिविटी के हिसाब से प्रोटीन डाइट लें।
  • जरूर पड़ने पर ही प्रोटीन सप्लीमेंट लें।
  • किसी भी तरह की डाइट या प्रोटीन सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह जरूर लें।

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