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लैपटॉप पर लगातार काम करते-करते थक गई आंखें तो अपनाएं ये उपाय

दिनभर ऑफिस में स्क्रीन पर काम करने से आपकी भी आंखें लाल हो जाती हैं तो आपकी आंखें भी आई स्ट्रेन की समस्या का शिकार हो सकती हैं। आइए जानते हैं इस समस्या से बचने के सुझाव क्या-क्या है।

Eye fatigue and redness

प्रतीकात्मक तस्वीर । Photo Credit: Freepik

सरकारी हो या प्राइवेट आजकल ज्यादातर ऑफिस में काम ऑनलाइन ही होते हैं। लेकिन एक ओर जहां तकनीक की वजह से काम आसान हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ नुकसान भी होते हैं। लगातार लैपटॉप या मोबाइल पर नजरें गड़ाए रहने से आंखों में थकान महसूस होना आम बात है। क्योंकि लगातार स्क्रीन पर देखते रहने से आंखों की मांसपेशियों पर प्रेशर पड़ता है।

 

कई बार लंबे समय तक ध्यान न दिया जाए तो आंखों में थकान, जलन, धुंधला दिखना, आंख में पानी आना और कभी-कभी सिरदर्द जैसी समस्याएं हो जाती हैं। इनसे बचने के लिए कुछ छोटे-छोटे उपाय अपनाए जा सकते हैं जिनसे आंखों की थकान से निजात पा सकते हैं और लंबे समय तक आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है।

 

आंखों की एक्सरसाइज
काम करते समय लगातार एकटक स्क्रीन पर देखने की वजह से आपकी आंखें थक जाती हैं जिसके कारण से आई स्ट्रेन (Eye Strain) की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए थोड़ी-थोड़ी देर के बाद अपनी आंखों को ब्रेक दें। आंखों की थकान का एक कारण आंखों की मांसपेशियों पर पड़ने वाला प्रेशर भी हो सकता है। इसे दूर करने के लिए आंखों की एक्सरसाइज की जा सकती है। जैसे आप हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी चीज को देखें। यह एक्सरसाइज आंखों की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करती है और आंखों की थकान को कम करती है।


पर्याप्त नींद
आंखों की थकान को दूर करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप पूरी और गहरी नींद लें। कम नींद लेने से आंखों में जलन, थकान और काले घेरे जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।

 

एंटी-ग्लेयर ग्लास का प्रयोग करें
कई बार हम काम करने की जगह ऐसी चुन लेते हैं, जिसमें लाइट सीधा हमारे लैपटॉप या कंप्यूटर के स्क्रीन पर आती है। इस कारण से आंखों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए एंटी-ग्लेयर स्क्रीन या ग्लासेज का इस्तेमाल करें। इससे ग्लेयर की समस्या आपकी आंखों को परेशान नहीं करेगी। इसके अलावा अपनी स्क्रीन का ब्राइटनेस ऑप्टिमम लेवल तक सेट करें।

 

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए पोषक विशेषज्ञ से मिलें।

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