भारत के अलग-अलग राज्यों में कड़ाके ठंड की पड़ रही है। दिल्ली समेत बाकी राज्यों में शीत लहर चल रही है। धुंध के साथ ठंडी हवाएं चल रही हैं। इस बदलते मौसम में अपने सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी है। इस बदलाव की वजह से सर्दी-जुकाम और कई मौसमी बीमारियों के होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। इसके अलावा लोगों को सांस संबंधी परेशानियां ज्यादा हो रही है इसलिए जरूरी है कि इस समय अपना खास ख्याल रखें। आइए जानते हैं दिल्ली के एम्स अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर नीरज निश्चल ने क्या कहा?
डॉक्टर नीरज निश्चल ने कहा, 'सर्दियों के मौसम में आमतौर पर अस्पताल में कोल्ड, फ्लू और सांस से संबंधी मरीज आते हैं। इसमें कुछ नया नहीं है। ठंडी हवा शुष्क होती है जो वायरस के आसानी से फैलने के लिए एक माध्यम के रूप में काम करती है। हालांकि इस तरह की कॉमन बीमारियों में मरीज को कुछ खास दवाएं नहीं दी जाती है।
एम्स के डॉक्टर ने दी ये सलाह
जनरल मेडिसिन से ये बीमारियां ठीक हो जाती हैं। उन मरीजों को दिक्कत होती है जो पहले से सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित हैं खासतौर पर जिन्हें सीओपीडी की समस्या है। इन लोगों को पर्सनल हाईजीन रखने की जरूरत है क्योंकि अभी क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन का समय है। ऐसे में एक-दूसरे से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इस समय कोई खतरे की बात नहीं है। अगर आप कोल्ड और कफ से पीड़ित हैं तो लोगों से दूरी बनाएं रखें। अपने आपको आइसोलेट रखें ताकि बाकि लोग संक्रमित ना हो। कोरोना के समय में भी हमने सीखा कि साफ-सफाई कितनी जरूरी है'।