विटामिन डी को 'सनशाइन विटामिन' भी कहा जाता है। यह विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होती है जो हड्डियों से लेकर इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है। विटामिन डी हमारे शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है लेकिन इसके बावजूद 1 अरब लोग इस विटामिन की कमी से जूझ रहे हैं। कुछ आबादियों में यह कमी लगभग 50% तक पाई गई है। विटामिन डी की कमी शरीर में कई तरह से दिखाई देती है।
जो आप साधारण खुजली या थकावट समझते हैं, वह दरअसल विटामिन D की कमी का संकेत हो सकता है। अगर इन लक्षणों को समय पर पहचान लिया जाए तो सही समय पर इलाज हो जाएगा। आइए विटामिन डी की कमी के लक्षणों के बारे में जानते हैं।
ये भी पढ़ें- अगर रात में पसीना आता है तो आप हैं बीमार, समझें कैसे?
विटामिन डी की कमी के लक्षण
घाव धीरे-धीरे भरना
अगर व्यक्ति को विटामिन डी की कमी होती है उसके चोट या घाव को भरने में सामान्य से ज्यादा समय लगता है। इसका कारण यह है कि विटामिन डी को त्वचा की नई कोशिकाओं को भरने में ज्यादा समय लग रहा है। स्टडी में पता चला कि विटामिन डी में ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जो त्वचा में नए टिशूज को बनाने में मदद करते हैं। अगर आपकी चोट को भरने में ज्यादा समय लग रहा है या बार बार इंफेक्शन हो रहा है तो शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है।
खुजली

लोशन या क्रीम लगाने के बाद त्वचा में खुजली होती है जिसे हम आमतौर पर एलर्जी समझ लेते हैं। असल में यह विटामिन डी की कमी है। दरअसल विटामिन डी त्वचा की बाहर की परत को मजबूत बनाता है ताकि त्वचा में नमी बनाए रखता है। जब विटामिन डी की कमी होती तो त्वचा रूखी, खुरदरी, पपड़ीदार हो सकती है और एक्जिमा भी हो सकता है। कुछ स्टडी के मुताबिक विटामिन डी की कमी की वजह से त्वचा खुद को रिपेयर नहीं कर पाता है जिससे त्वचा पतली और लगातार ड्राई रहने लगती है। अगर यह परेशानी कुछ दिनों तक बनी रहती है तो डॉक्टर की सलाह लें।
ये भी पढ़ें- फ्रूट जूस या स्मूदी, दोनों में से सेहत के लिए क्या है ज्यादा फायदेमंद?
बेजान त्वचा
विटामिन डी की कमी की वजह से त्वचा डल और बेजान नजर आती है। ऐसा इसलिए क्योंकि विटामिन डी हमारे त्वचा की रंगत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन मेलेनिन के प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है जिससे त्वचा की रंगत और चमक पर प्रभाव पड़ता है। यह लक्षण धीरे धीरे हमारे शरीर पर दिखता है। हालांकि जो लोग सांवले होते हैं उनमें यह कमी ज्यादा दिखाई दे सकती है क्योंकि ऐसे लोगों में विटामिन डी कम मात्रा में अब्जॉर्ब होता है।
पांव में दर्द

अगर आपको सीढ़ियां चढ़ने या कुर्सी से उठने में दिक्कत हो रही है तो यह शरीर में विटामिन डी का संकेत हो सकता है। विटामिन डी की कमी पैरों में कई तरह से देख सकते हैं जैसे कि हड्डियों में दर्द, मांसपेशयों में कमजोरी, बच्चों में रिकेट्स की समस्या आदि। मांसपेशिया कमजोर होने पर पैर में दर्द होता है।
अधिक पसीना आना
अधिक पसीना आना विटामिन डी की कमी के शुरुआती लक्षणों में से एक है। इस लक्षण को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है क्योंकि लोग इसे थकान या गर्मी समझ लेते हैं। खासतौर से सिर और चेहरे पर जरूरत से ज्यादा पसीना आता है। विटामिन डी स्वेट ग्लैंड को कंट्रोल करने का काम करता है। जब शरीर में विटामिन डी की कमी होती है तो यह संतुलन बिगड़ जाता है और जरूरत से ज्यादा पसीना आता है। अगर आपको ठंड के समये में अधिक पसीना आ रहा है और अन्य लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो विटामिन डी की कमी हो सकती है।
रोजाना थोड़ी देर धूप लें और विटामिन डी वाली चीजों का सेवन करें। अगर किसी भी तरह के लक्षण नजर आए तो अपने डॉक्टर की सलाह लें।