कई महिलाओं के चेहरे पर जरूरत से ज्यादा बाल होते हैं जिसकी वजह से उनके चेहरे पर मूंछ नजर आने लगती हैं। इस वजह से महिलाओं को बहुत असहज महसूस होता है। महिलाएं इन बालों को बार-बार साफ करती हैं लेकिन क्या आप जानते हैं चेहरे पर अनचाहे बाल आने का कारण हार्मोनल इम्बैलेंस है। हमने इसके बारे में एस्टर सीएमआई अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजिस्ट Dr. Shireen Furtado से बात की।
Dr. Shireen Furtado ने बताया, 'महिलाओं को चेहरे पर मूंछे आने का मुख्य कारण हार्मोनल बदलाव है जिसे हिर्सुटिज्म कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब शरीर में जरूरत से ज्यादा मेल हार्मोन (एंड्रोजन / टेस्टोस्टेरोन) बनने लगते हैं। ये पीसीओएस (PCOS), थायराइड, तनाव, मोटापा और कई दवाओं के कारण भी होता है जो आपके हार्मोन को प्रभावित करता है। कई बार यह जेनेटिक भी होता है। जब शरीर में हार्मोन का लेवल बदलता है तब चेहरे के बाल घने और मोटे आते हैं जो दिखने में मूंछ जैसे लगते है। यह सामान्य बात है। इससे कोई नुकसान नहीं पहुंचता है लेकिन आत्मविश्वास कम हो जाता है। इसका इलाज कारण पर निर्भर करता है।'
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कौन सा हार्मोन है जिसकी वजह से चेहरे पर बाल आते हैं?
चेहरे पर बाल आने का मुख्य कारण टेस्टोस्टेरोन हार्मोन है जो कि एक एंड्रोजन है। पुरुष और महिलाओं दोनों में यह हार्मोन होता है। हालांकि महिलाओं में इस हार्मोन का लेवल बहुत ही कम होता है। जब महिला के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन ज्यादा बनने लगता है या फिर शरीर हार्मोन के प्रति ज्यादा सेंसिटिव हो जाता है तब चेहरे के बाल घने और मोटे आते हैं। यही करण है कि महिलाओं में पीसीओएस या हार्मोनल इम्बैलेंस होने पर चेहरे, ठुड्डी या अपर लिप्स पर ज्यादा घने बाल दिखते हैं। डॉक्टर जांच के जरिए शरीर में हार्मोन के लेवल की जांच कर सकता है और उसी हार्मोन के इम्बैलेंस को कम करने में काम करता है ताकि चेहरे पर अनचाहे बाल नहीं आए।
हॉर्मोनल इम्बैलेंस होने के कारण क्या होते है?
हार्मोनल इम्बैलेंस के पीछे कई कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से ग्रंथियों के सामान्य कार्य को प्रभावित करता है। पीसीओएस, थायराइड की समस्या और इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण हार्मोन का लेवल प्रभावित होता है। तनाव की वजह से कोर्टिसोल का लेवल बढ़ता है जो हार्मोन को प्रभावित करता है। अनहेल्दी डाइट, कम नींद, एकदम से वजन घटने या बढ़ने से हार्मोन का लेवल बढ़ता है। खासतौर से कुछ दवाओं को लेने से भी हार्मोन का लेवल बढ़ता है। मेनोपॉज, गर्भावस्था और युवाअवस्था में प्राकृतिक रूप से हार्मोन का लेवल बदलता है। डायबिटीज, ओवरी या पिट्यूटरी ग्लैंड से जुड़ी समस्याएं होने पर भी इम्बैलेंस हो सकता है। जब हार्मोन में बदलाव होता है तो मूड स्विंग,असमान्य पीरियड्स, बाल झड़ना और अनचाहे बाल के लक्षण नजर आते हैं।
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क्या है इसका इलाज?
चेहरे पर अनचाहे बालों का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है। अगर डॉक्टर्स की जांच में हार्मोन इम्बैलेंस के कारण होता है तो उस हिसाब से दवाइयां दी जाती है। इसके अलावा चेहरे के अनचाहे बालों को हटाने के लिए वेक्सिंग, शेविंग और हेयर रिमूवल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेजर हेयर रिमूवल ट्रीटमेंट भी करवा सकते हैं जो आपके बालों की जड़ों को कमजोर करता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं जैसे वजन को नियंत्रित रखें, बैलेंस डाइट लें और तनाव को मैनेज करें ताकि हार्मोन का लेवल बेहतर हो और समय के साथ बालों की ग्रोथ कम हो जाएगी। किसी भी तरह के इलाज से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। खुद डॉक्टर न बने।