छह दिन बाद भी देशभर के एयरपोर्ट पर इंडिगो संकट टला नहीं। रविवार को भी एयरलाइन ने 650 फ्लाइट्स कैंसिल कीं। कंपनी का कहना है कि 10 दिसंबर तक उसकी सेवाओं के सामान्य होने की उम्मीद है। इंडिगो का यह संकट मंगलवार से शुरू हुआ और अब तक कुल 2000 से अधिक फ्लाइट्स रद्द की जा चुकी हैं। कई अन्य फ्लाइट के देरी से उड़ान भरने के कारण हवाई अड्डों पर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रविवार को हैदराबाद से 115, मुंबई से 112, दिल्ली से 109, चेन्नई से 38 और अमृतसर एयरपोर्ट से 11 फ्लाइट रद्द रहीं।
कहां से कितनी फ्लाइट कैंसिल?
- हैदराबाद: 115
- मुंबई: 112
- दिल्ली: 109
- कोलकाता: 76
- अहमदाबाद: 20
- पुणे: 25
- अगरतला: 6
- त्रिची: 11
यह भी पढ़ें: 400 विमान, 84000 करोड़ का रेवेन्यू; कितना बड़ा है इंडिगो का साम्राज्य?
इंडिगो के सीईओ को कारण बताओ नोटिस
लगातार फ्लाइट कैंसिल होने और एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी के माहौल के बीच नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें उन्हें प्लान, निगरानी और संसाधन प्रबंधन में गंभीर चूक का जिम्मेदार ठहराया गया है। उनसे 24 घंटे में जवाब मांगा गया है कि उनके खिलाफ एक्शन क्यों न लिया जाए।
आज रात तक करना होगा रिफंड
इसके अलावा इंडिगो को 7 दिसंबर की रात 8 बजे तक रिफंड करने का निर्देश दिया गया है। उधर, इंडिगो संकट को अन्य एयरलाइंस ने आपदा में अवसर के तौर पर लिया। देशभर के कई हवाई रूटों पर हवाई किराया आसमान छूने लगा। केंद्र सरकार जागी लेकिन देरी से। अब घरेलू किराये की सीमा तय कर दी गई है। कोई भी एयरलाइंस इससे अधिक किराया नहीं वसूल सकेगी।
यह भी पढ़ें: वॉर्नर ब्रदर्स को खरीदेगा नेटफ्लिक्स, इस डील को खतरनाक क्यों माना जा रहा?
रोजाना 2300 फ्लाइट ऑपरेट करती है इंडिगो
इंडिगो रोजाना 2300 से अधिक फ्लाइट का संचालन करती है। रविवार को 1650 फ्लाइट्स का संचालन किया जा रहा है। इसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों प्रकार की फ्लाइट्स शामिल हैं। आज भी 650 फ्लाइट को कैंसिल करना पड़ा। 10 दिसंबर तक नेटवर्क के पूरी स्थिर से होने की उम्मीद है। अगर शनिवार की बात करें तो इंडिगो ने 1500 फ्लाइट्स का संचालन किया था।
शुक्रवार इंडिगो के इतिहास का सबसे बुरा दिन रहा है। इस दिन क्रू की कमी के कारण 1600 से अधिक फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ा था। इंडिगो का यह संकट अदालत के आदेश पर नए फ्लाइट ड्यूटी और रेस्ट पीरियड नॉर्म्स के दूसरे फेज को लागून करने के बाद शुरू हुआ। हालांकि अब डीजीसीए ने इंडिगो को कुछ ढील दी है।