बिहार के भोजपुर जिले में गुरुवार रात को एक जीप ड्राइवर संतोष सिंह ने ऐसी बहादुरी दिखाई कि लोग उसके मुरीद हो गए हैं। उसके साहस की चर्चा हर जगह हो रही है। पेट में गोली लगने के बावजूद, संतोष ने अपने 15 यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाया।
दरअसल, सिंह अपनी जीप से 14-15 लोगों के साथ एक तिलक समारोह से लौट रहे थे तभी झौन गांव के पास दो बाइक सवार बदमाशों ने उनकी गाड़ी का पीछा किया और उन पर गोलियां चला दीं। इसमें एक गोली सिंह के पेट में लगी।
5 किमी तक चलाता रहा गाड़ी
अपनी चोट और असहनीय दर्द के बावजूद उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए 5 किलोमीटर तक गाड़ी चलाते रहे। पुलिस ने बताया कि सिंह ने बाद में एक सुरक्षित स्थान पर गाड़ी रोकी। जीप में सवार अन्य यात्रियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और सिंह को नजदीकी अस्पताल ले गई। आरा के एक अस्पताल में सर्जरी के बाद सिंह की गोली निकाल दी गई है। फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं और डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
खतरे से बाहर हैं संतोष
जगदीशपुर के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) राजीव चंद्र सिंह ने शनिवार को PTI को बताया, 'वह खतरे से बाहर हैं लेकिन उन्हें कुछ और दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा।' एसडीपीओ ने कहा कि पीड़ित के परिवार के सदस्यों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पहले भी बदमाशों ने बनाया था अन्य वाहनों को निशाना
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने उसी दिन इलाके में एक अन्य वाहन को भी निशाना बनाया था। जांच में पुलिस की मदद के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी लगाया गया है। यात्रियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पुलिस ने आरोपियों के स्केच तैयार किए और आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने में ग्रामीणों की मदद ली। एसडीपीओ ने कहा कि आगे की जांच जारी है और हमने ड्राइवर का बयान भी दर्ज कर लिया है।