दिल्ली के देवली गांव में पति-पत्नी और एक बेटी की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार को हुई इस घटना से इलाके में दहशत फैल गई। हत्यारा भी और कोई नहीं बल्कि इसी परिवार का 20 साल का बेटा निकला। दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाला स्टेट लेवल का मुक्केबाज अब आरोपी बन चुका है।
20 वर्षीय अर्जुन तंवर ने पूर्व सैन्यकर्मी राजेश कुमार (पिता), कोमल (मां) और 23 वर्षीय कविता (बहन) की गलता रेतकर हत्या कर दी। अर्जुन ने हत्या के दो घंटे बाद पुलिस को कॉल किया था। अब वो गिरफ्तार हो चुका है। पूछताछ के दौरान अर्जुन ने बताया कि माता-पिता अपनी 25वीं सालगिरह में उसकी बहन को अपनी संपत्ति सौंपने वाले थे। अर्जुन का गुस्सा इतने हद तक था कि उसने हत्या करने के लिए अपने माता-पिता की सालगिरह वाला दिन चुना।
6 बजकर 53 मिनट किया पुलिस को फोन
दरअसल, बुधवार की सुबह लगभग 6 बजकर 53 मिनट पर अर्जुन का पुलिस को फोन आता है कि उसके माता-पिता और बहन की किसी ने हत्या कर दी। उसने बोला कि वह इस समय जिम गया था और जब वह लौटा तो उसे शव मिले। जब पुलिस ने अर्जुन से पूछताछ शुरू री को शक गहराता चला गया क्योंकि वह हर समय अपना बयान बदलता जा रहा था।
डीसीपी के मुताबिक, मामले की सच्चाई तब सामने आई जब फोरेंसिक टीम को घर पर खून के धब्बे और मोटरसाइकिल की चाबियां मिलीं जो अर्जुन के पास थीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब उससे दोबारा पूछताछ की गई तो उसने यह हत्या की बात स्वीकार कर ली।
अर्जुन अपने परिवार से दुश्मनी रखता था
अर्जुन ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता को उसका मुक्केबाजी करना पसंद नहीं था क्योंकि उन्हें लगता था कि इससे पढ़ाई पर असर पड़ेगा। बता दें कि अर्जुन मोती लाल नेहरू कॉलेज का छात्र है जहां उसे खेल कोटे के तहत एडमिशन मिला था। वह एक पेशेवर मुक्केबाज बनना चाहता था। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसके माता-पिता उसकी बहन को एक अच्छी छात्रा और आज्ञाकारी बच्ची मानते थे। अर्जुन ने मुक्केबाजी प्रतियोगिता में दिल्ली की तरफ से खेलकर सिलवर मेडल भी जीता था लेकिन उसके बावजूद माता-पिता सपोर्ट नहीं करते थे।
अर्जुन की बहन कविता हमेशा से पढ़ाई में अच्छी थी। राजेश और कोमल चाहते थे कि उनका बेटा उसकी तरह बने। मुक्केबाजी में अच्छा होने के बावजूद उसकी तुलना हमेशा उसकी बहन से की जाती थी। उसके माता-पिता की शादी की सालगिरह के दिन ही उसने इस कत्ल को अंजाम दे दिया। बता दें कि परिवार के पास एक दो मंजिला इमारत है जहां वे रहते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनके पास गुड़गांव के हरसरू में एक प्लॉट भी था।
रिश्तेदारों के सामने कर दी थी पिटाई
पिता ने हाल ही में रिश्तेदारों के सामने अर्जुन की पिटाई की थी। 1 दिसंबर को अर्जुन ने अपने माता-पिता से भी झगड़ा किया था। नेब सराय पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जॉइंट सीपी (दक्षिणी रेंज) संजय कुमार जैन ने बताया, 'बुधवार सुबह 5 बजे अर्जुन ने अपने पिता का सर्विस चाकू लिया और सबसे पहले अपनी बहन का गला रेता।
इसके बाद अर्जुन घर की सबसे ऊपरी मंजिल पर गया जहां उसके पिता सो रहे थे। उसने अपने पिता के मुंह पर हाथ रखा और उन्हें शोर मचाने से रोकने के लिए उनका गला काट दिया। इसके बाद वह वॉशरूम के बाहर अपनी मां का इंतजार करने लगा। जैसे ही वह बाहर आई उसने कपड़े से उसका मुंह बंद कर दिया और उसका गला भी काट दिया। अपने माता-पिता की हत्या करने के बाद, सुबह करीब 5.30 बजे उसने अपना घर लॉक किया और संजय वन चला गया। इसके बाद वह वापस आया, घर का ताला खोला और पुलिस को फोन किया।'