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टैरिफ वॉर से भारत कैसे निकला बाहर? ट्रंप के साथ कैसे किया खेला

चीन, मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ लगाने के बाद भारत की चिंता बढ़ गई है। क्या भारत पर भी ट्रंप की होगी नजर? समझिए।

US India Relations

ट्रंप और मोदी, Photo Credit: PTI

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आते ही चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लागू कर दिया है। इस कदम के बाद अब भारत में भी चिंता का माहौल बना हुआ है। हालांकि, भारत और अमेरिका बातचीत के जरिए इस मुद्दो को सुलझाने में लगे हुए है जिससे भारत में टैरिफ लगाने की संभावना कम आती नजर आ रही हैं। 

 

दरअसल, विशेषज्ञ बताते है कि भारत अपने सहयोगी से किसी भी मुद्दे से प्राथमिकता से निपटना जानता है। अब तक व्हाइट हाउस की ओर से व्यापार मुद्दा नहीं उठाया गया है। कनाडा और मैक्सिको में अवैध प्रवासियों का मुद्दा भी अहम है जिसके कारण ट्रंप को टैरिफ लगाने का फैसला लेना पड़ा। 

 

BRICS देशों पर टैरिफ लगाने की चेतावनी

बता दें कि कई बार व्हाइट हाउस ने ब्रिक्स देशों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की कई बार चेतावनी दी है जिसके बावजूद भारत और अमेरिका का रिश्ता आपसी विश्वास पर टिका हुआ है। इसके अलावा नई दिल्ली ऐसा कोई कदम नहीं उठा रहा है  जिससे अमेरिका को परेशानी हो। बता दें कि BRICS देशों में भारत, ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है। 

पीएम मोदी और ट्रंप की बातचीत 

भारत ने अवैध अप्रवासी और व्यापार से जुड़े हर मुद्दे पर अमेरिका के साथ काम करने के संकेत दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप से फोन पर बातचीत की और वैश्विक शांती और सुरक्षा के मुद्दे पर खुलकर चर्चा भी की। पीएम मोदी ने कहा था कि भारतीय पक्ष दोनों के लिए लाभकारी और भरोसेमंद साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है। अगर अमेरिका टैरिफ लगाता है तो भारत हर संभव कदम उठा सकता है लेकिन अभी ऐसा कोई खतरा नहीं है। 

 

यह भी पढ़ें: अमेरिका ने चीन, मेक्सिको, कनाडा पर लगाया टैरिफ, भारत क्यों बाहर?

अमेरिका कैसे भारत पर लगा सकता है टैरिफ? 

अमेरिका भारत पर टैरिफ लगा सकता है, जैसा कि वह अन्य देशों के साथ कर चुका है। अमेरिका की सरकार अपनी व्यापार नीति के तहत विभिन्न कारणों से टैरिफ लगा सकती है, जैसे:

व्यापार असंतुलन- अगर अमेरिका को लगता है कि भारत के साथ उसका व्यापार घाटा बढ़ रहा है, तो वह भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाकर इसे संतुलित करने की कोशिश कर सकता है।


डंपिंग और सब्सिडी- अगर अमेरिका को लगता है कि भारत की कंपनियां कुछ उत्पादों को अनुचित सब्सिडी के साथ बेच रही हैं या डंपिंग कर रही हैं, तो वह टैरिफ लगा सकता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा – अमेरिका यह तर्क दे सकता है कि कुछ भारतीय उत्पाद अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं और उन पर टैरिफ लगाया जा सकता है।
प्रतिशोधी टैरिफ-अगर भारत अमेरिका के किसी उत्पाद पर ज्यादा शुल्क लगाता है, तो अमेरिका भी बदले में भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ा सकता है।


क्या अमेरिका ने पहले भी भारत पर टैरिफ लगाया है?

बता दें कि अमेरिका ने कई मौकों पर भारत से आने वाले उत्पादों पर टैरिफ लगाया है।

 

2018 में ट्रंप प्रशासन ने भारत से आयात होने वाले स्टील और एल्युमिनियम पर टैरिफ बढ़ा दिया था।
2019 में अमेरिका ने भारत को 'Generalized System of Preferences (GSP)' से हटा दिया, जिससे भारतीय उत्पादों को अमेरिकी बाजार में मिलने वाली छूट खत्म हो गई।
2023 में अमेरिका ने कुछ भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाया, लेकिन बाद में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान कुछ शुल्क हटा भी लिए गए।

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