नॉर्थ गोवा के अरपोरा में एक रेस्टोरेंट में आग लगने से 25 लोगों की मौत मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा सीएम प्रमोद सावंत ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। गोवा सरकार ने एसडीएम, पुलिस और स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों को मिलाकर एक टीम का गठन किया है। यह टीम शवों को मृतकों के घरों तक पहुंचाने में मदद करेगी।
सीएम सावंत ने बताया कि शुरुआती जांच में क्लब के अंदर कुछ इलेक्ट्रिकल पटाखे फोड़ने से आग लगने की जानकारी सामने आई है। आग लगने के बाद कुछ लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन कुछ अंदर ही फंस गए। जिनकी जान चली गई। मामले की जांच की जा रही है। एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट आ जाएगी।
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किसी को बख्शा नहीं जाएगा: सीएम
सीएम ने कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कुछ लोगों को आज ही निलंबित कर दिया जाएगा। दोषियों अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।सीएम प्रमोद सावंत ने बताया कि अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रोमिया लेन के दूसरे क्लब को सील कर दिया गया है। सरकार किसी भी गैर-कानूनी नाइट क्लब को बढ़ावा नहीं देगी।
गोवा के डीजीपी आलोक कुमार के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर शामिल हैं। इसके अलावा मालिक सौरव और गौरव लूथरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
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'दम घुटने से गई 23 की जान'
सीएम के मुताबिक रात 11:45 बजे रेस्टोरेंट में आग लगी। घटना के तुरंत बाद 45 मिनट के भीतर पूरी पुलिस टीम और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। रास्ते में कई व्यवधान के कारण दमकल विभाग की टीम को क्लब तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अंदर जाने पर दमकल टीम को पहले दो शव मिले। अंडरग्राउंड में जाने पर वहां 23 शव मिले। अंदर मिली लाशों में जलने के निशान नहीं है। उनकी जान दम घुटने से गई है।
जांच टीम में कौन-कौन?
हादसे के बाद गोवा सीएम प्रमोद सावंत ने मुख्य सचिव, डीजीपी, आईजी, रेवेन्यू कलेक्टर और नॉर्थ एसपी के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इसके बाद मामले की मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया। इसमें जांच कमेटी में डीएम, एसपी, दमकल और आपातकालीन सेवाओं के डिप्टी डायरेक्टर और फोरेंसिक के डायरेक्टर को शामिल किया गया है।