आजकल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। राज्य के आर्थिक हालात कुछ ठीक नहीं हैं। चुनावी वादों को पूरा करने की बात तो दूर सरकार अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन तक नहीं दे पा रही है और भाजपा दिन प्रतिदिन हमलावर हो रही है। ऐसे में मंगलवार के दिन हिमाचल सरकार के लिए दो अमंगल खबरें आयी जिसने सुक्खू के सुबह के चाय का जायका बिगाड़ दिया होगा। पढ़ें विजय देव झा की यह रिपोर्ट....
हिमाचल भवन को लेकर हाईकोर्ट ने दिए आदेश
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने दिल्ली में अवस्थित हिमाचल भवन को जब्त करने का आदेश पारित कर दिया है क्योंकि राज्य सरकार 65 करोड़ बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पा रही है। दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय ने व्यास नदी में अवैध खनन के मामले में हिमाचल के ही दो कारोबारी ज्ञान चंद और संजय धीमान को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में सरकार दो फ्रन्ट पर फंस गई जहां उसे खुद का बचाव करने में दिन भर हांफती रही।
अनुराग सिंह ठाकुर ने मारा ताना
हिमाचल भवन के जब्ती के मामले में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने ताना मारा कि 'जनहित की बजाय मित्रहित में आकंठ डूबी हिमाचल की कांग्रेस सरकार आए दिन अपने निकम्मेपन से देवभूमि के मान-सम्मान को धूमित कर रही है।'
ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की लापरवाही के चलते हिमाचल हाई कोर्ट द्वारा दिल्ली में हिमाचल की आन-बान-शान हिमाचल भवन को अटैच करने का आदेश इस कांग्रेस सरकार की कार्यपद्धति पर काला धब्बा है। कांग्रेस की विफलता से पहले ही हिमाचल आर्थिक आपातकाल झेल रहा है, और ऐसे में दिल्ली में हिमाचल भवन की कुर्की का आदेश हिमाचल प्रदेश के लिए अत्यंत शर्मनाक है। कांग्रेस राज में हिमाचल भवन के नीलामी तक की स्थिति आ गई और इनकी पूरी पार्टी 'पार्टी-मोड' में है ।
हिमाचल की शान 'हिमाचल भवन' को कुर्क कराने की नौबत
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल में सरकार बनाने के 2 साल के भीतर प्रदेश पर रुपये 96500 करोड़ से ज़्यादा का कर्ज चढ़ा दिया, दिल्ली में हिमाचल की शान “हिमाचल भवन” को कुर्क कराने की नौबत ला दी, अभी तो सरकार के 3 साल बाकी हैं…ना जाने हिमाचल का क्या-क्या बिकवायेगी ये निकम्मी कांग्रेस सरकार। वैसे भी हरियाणा से लेकर जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ठाकुर ने हिमाचल मे कॉंग्रेस सरकार के तथाकथित झूठे चुनावी वादों और वित्तीय कुप्रबंधन कि जम कर पोल खोल की ।
अवैध खनन मामले में दो गिरफ्तारी
इसी बीच प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अवैध खनन मामले में दो गिरफ्तारी की खबर आयी जिसके चलते पूरी सरकार एक बार फिर से बचाव मोड में आ गयी। भाजपा ने सुक्खू पर सीधे हमला करते हुए पूछा कि वह बताएं कि ज्ञान चंद के साथ उनके क्या रिश्ते हैं।
ज्ञान चंद के विषय में कहा जाता है कि वह कॉंग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं। एक प्रेस कांन्फ्रेंस मे भाजपा राजिंदर राणा, विधायक इंदर दत्त लखनपाल, और विधायक आशीष शर्मा ने तो मुख्यमंत्री सुक्खू से साफ साफ पूछा कि उनकी सरकार ने कोविड आपदा के दौरान नादौन के किस व्यक्ति विशेष लाभ पहुंचाने के लिए आपदा के दौरान भी क्रशर खुला रखने की अनुमति दी थी। भाजपा ने यहां तक कहा कि ज्ञान चंद का इतना ही रुतबा है कि उसे मुख्यमंत्री की गाड़ी में अगली सीट पर बैठते हुए देखा गया है।
बचाव में क्या बोले सुक्खू
सुक्खू ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि उक्त मामला न्यायालय में विचाराधीन है ऐसे में वह इस विषय पर टिप्पणी नहीं कर सकते। बहरहाल सुक्खू भले ही आगे अच्छे दिनों का इंतजार कर रहे हों लेकिन आगे आने वाले समय में खनन घोटाला उनके लिए सरदर्द देने वाला है।