भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाना शुरू कर दिया है। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान को घेरने की तैयारी में है। पाकिस्तान को चीन का समर्थन मिल रहा है, भारत की तैयारी है कि वैश्विक मंच पर चीन के इस सहयोग के खिलाफ भी आवाज उठाई जाए। भारत इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) में भी चीन के खिलाफ आवाज उठाई है।
भारत ने IMF से पाकिस्तान को दिए जाने वाले कर्ज की समीक्षा करने की मांग की है। यह कदम पिछले हफ्ते पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उठाए गए हैं, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 25 पर्यटक मारे गए। दावा किया गया कि आतंकियों ने पर्यटकों को धर्म पूछकर मौत के घाट उतारा। भारत का कहना है कि ऐसा आतंकियों ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए किया।
TRF और लश्कर-ए-तैयबा को घेरने की कोशिश
पहलगाम में हुआ यह हमला, कश्मीर में पिछले दो दशकों में नागरिकों पर हुए सबसे बड़े हमलों में से एक था। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। भारत ने तीन पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान की है। उनका स्केच जारी हो चुका है। सुरक्षाबल उन्हें ढूंढने की कोशिशों में जुटे हैं।
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पहलगाम पर अमेरिका ने दिया साथ
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान भारत के साथ मिलकर इन आतंकियों को पकड़े। भारत ने यूएनएससी के स्थायी और अस्थायी सदस्यों से संपर्क कर आतंकवाद और इसके सीमा पार कनेक्शन पर ध्यान देने की अपील की है।
अल्जीरिया से सोमालिया तक, भारत के साथ कई देश
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अल्जीरिया, डेनमार्क, ग्रीस, गुयाना, पनामा, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और सोमालिया के विदेश मंत्रियों से बात की और पहलगाम हमले पर भारत का रुख स्पष्ट किया। भारत आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की वकालत कर रहा है।
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IMF-FATF में भी भारत ने बनाई रणनीति
भारत ने IMF से पाकिस्तान को मिलने वाले कर्ज की समीक्षा करने की अपील की है। पाकिस्तान साल 2024 में 7 अरब डॉलर का बेलआउट और 1.3 अरब डॉलर का क्लाइमेट लोन ले चुका है। भारत फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) पर भी दबाव दे रहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद की फंडिंग के लिए फिर से 'ग्रे लिस्ट' में डाल दिया जाए।
पाकिस्तान के साथ खड़ा है चीन
पाकिस्तान और चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पहलगाम हमले पर बयान में जम्मू-कश्मीर का जिक्र जोड़ने और टीआरएफ का नाम हटाने की कोशिश की। भारत ने इसके खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाई। ग्रीस के राजदूत ने कहा कि भारत-पाक तनाव पर जल्द ही यूएनएससी की बैठक हो सकती है।
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भारत ने पहलगाम हमले के बाद क्या किया?
भारत ने जवाबी कार्रवाई में सिंधु जल संधि निलंबित कर दी है। पाकिस्तानी विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। ज्यादातर पाकिस्तानी नागरिकों को उनके घर वापस भेज दिया गया है। अटारी सीमा क्रॉसिंग बंद कर दी गई है। पाकिस्तान ने भी भारत के लिए हवाई क्षेत्र और व्यापार बंद कर दिया और हमले की स्वतंत्र जांच की पेशकश की। भारत का कहना है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और दुनिया को अब इस पर चुप नहीं रहना चाहिए।