कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच पावर-शेयरिंग को लेकर अटकलें और तेज हो गई हैं। इसको लेकर बेंगलुरू से लेकर दिल्ली तक लेकर हलचल तेज हो रही है। इसी बीच खबर है कि डीके शिवकुमार कांग्रेस आलाकमान से मिलने दिल्ली आ रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने साफ कह दिया है कि वह अपना 5 साल का टर्म पूरा करेंगे।
डीके शिवकुमार के शुक्रवार को राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से बातचीत के लिए दिल्ली जाने की उम्मीद है। इस मुलाकात से कर्नाटक में कांग्रेस की अंदरुनी कलह का निपटारा हो सकता है। हालांकि, डीके शिवकुमार आंगनवाड़ी प्रोग्राम के 50 साल पूरे होने पर एक सरकारी कार्यक्रम में सिद्धारमैया के साथ स्टेज शेयर करते नजर आए।
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इससे पहले शुक्रवार को ही शिवकुमार ने मल्लुरु, कोलार, मुलबगल और कुनिगल के कई कांग्रेसी सांसदों और नेताओं से बातचीत की। इस बीच, शिवकुमार के भाई और सांसद डीके सुरेश, पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। बेंगलुरू से लेकर दिल्ली तक विधायक कांग्रेस नेतृत्व तक अपनी बात रखने के लिए घूम रहे हैं। ऐसे में आए जानते हैं कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की खींचतान में अभी तक क्या हुआ?
6 प्वाइंट्स में समझें अभी तक नया क्या हुआ...
- कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की खींचतान को लेकर कयासों के बीच सांसद डीके सुरेश शुक्रवार शाम को दिल्ली पहुंचे। उम्मीद है कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी राजधानी दिल्ली में अपने सांसद भाई के साथ कांग्रेस आलाकमान से मिल सकते हैं।
- दिल्ली आने से पहले, डीके शिवकुमार ने कहा है कि दिल्ली में उनकी बैठक कर्नाटक के कई रूके हुए प्रोजेक्ट्स को लेकर रहेंगी। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवकुमार ने कहा, 'मैं दिल्ली जरूर जाऊंगा। यह हमारा मंदिर है। कांग्रेस का एक लंबा इतिहास रहा है और दिल्ली हमेशा हमें रास्ता दिखाएगी।'
- दिल्ली पहुंचने के बाद, सांसद डीके सुरेश ने चल रही राजनैतिक अटकलों में पड़ने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, 'मैं किसी भी राजनैतिक मुद्दे पर बयान नहीं दूंगा। जो भी मुद्दे हैं, कर्नाटक सरकार और मुख्यमंत्री जवाब देंगे। बीजेपी विपक्ष में है, वह हमेशा दूसरी बातें बताएगी। बीजेपी खबरों में रहना चाहती है इसीलिए वे अफवाहें फैला रही है। सब ठीक है।'
- आज दिन में डीके शिवकुमार ने अपनी पार्टी के विधायकों और नेताओं से मुलाकात की। एक्स जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, 'आज, मल्लुरु से विधायक केवाई नानजेगौड़ा, कोलार से विधायक कोट्टुरु मंजूनाथ, मुलबगल से कांग्रेस नेता आदि नारायण, कुनिगल से विधायक डॉ. रंगनाथ और प्रोफेसर एमवी राजीव गौड़ा मुझसे मिले और बातचीत की।'
- इस बीच, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपना पूरा कार्यकाल पूरा करने की अपनी बात दोराई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने बार-बार गवर्नेंस और पार्टी की गारंटी स्कीमों को पूरा करने पर जोर दिया। सिद्धारमैया के समर्थकों का कहना है कि राज्य में स्थिरता के लिए लीडरशिप में एकरुपता होना जरूरी है।
- दरअसल, कर्नाटक में सीएम बदलने की बहस 2023 में पार्टी के सीनियर नेताओं के बीच एक कथित आपसी समझ से शुरू हुई थी। इसमें कहा गया था कि डीके शिवकुमार 2.5 साल बाद मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। हालांकि, कांग्रेस ने कभी भी आधिकारिक तौर पर ऐसे किसी बात को नहीं माना है। मगर, डीके शिवकुमार ने एक सीक्रेट मसझौते का जिक्र जरूर किया है, लेकिन उन्होंने इसके बारे में बताने से मना कर दिया।